6 जिसुं आपान्अ ओरां की न्याई सुता कोन रेणी चायजे, पण सावधानी सुं आपान्अ खुदन्अ काबु मं रखाणणी चायजे।
पण एक रात ज्दया सबळा सुता छा तो उं मनख को बेरी आयो अर गेऊ मं अळियो बाग्यो।
जिसुं जागता रेवो, क्युं क थे कोन्अ जाणो क थांको परबु कद्या आवलो।
“जिसुं सावधानर्यो। क्युं क थे न्अ तो उं दन न्अ जाणो अर न्अ उं बगत न्अ ज्दया मनख को छोरो पाछो आवलो।”
लाढ़ो आबा मं मोड़ो होग्यो जिसुं वा सबळयां न्अ ऊंघ आबा लागगी अर वे सोगी।
अर फेर ईसु चेला न्अ खियो, “म्हारो मन घणो दुखी होर्यो जाण्अ म्हारो जीव नखळ जावलो। थे म्हारी लार अण्डअ'ई डठो अर म्हारी लार जागता रेवो।”
ज्यो म थान्अ खेऊ छु, वाई सबळा न्अ खेऊ छु ‘जागतार्यो!’”
धनै छ वे सेवा करबाळा ज्यांन्अ मालिक जागता अर त्यार पावलो। म थान्अ सांची खेऊ छु क वो बी बाकी सेवा बेई तियार हे जावलो अर बान्अ खाबाकी चोकी प जीम्बा बेई बठाण्अलो। वो आवलो अर बान्अ रोटी खुवावलो।
ई बात बेई निस्चित रेवो क अर ज्यो घरका मालिक न्अ ई बात को तोल हेतो क चोर कसी बगत आवलो, तो वो बीन्अ घर मं चोरी कोन्अ करबा देतो।
हर बगत सावचेत रेवो, अर परातना करो क थान्अ बा सबळी बाता सुं ज्यो हेबाळी छ बचबा की सक्ती मल्अ। अर आत्मबस्वास की लार मनख का छोरा क साम्अ उबा हे सको।”
तो वो बान्अ खियो, “थे सुता क्युं छो? उठो अर परातना करो क थे कोई परक्ष्या मं कोन्अ पड़ो।”
जिसुं सावचेत रिज्यो। याद रखाणज्यो क म तीन बरस ताणी एक-एक न्अ रयात दन रोरोर सावचेत करबो कोन्अ छोड़यो छो।
चेत म आओ, अर चोखी जन्दगी जीवो। पाप को गेल्लो छोड़द्यो। क्युं क थाम्अ चन्याक मनख अस्यान का छ ज्यो परमेसर न्अ कोन जाण्अ। या म थान्अ जिसुं खेर्यो छु क थान्अ सरम आव्अ।
सावचेत रिज्यो अर मजबुती सुं बस्वास मं बण्या रिज्यो। थे हिम्मत राखबाळा अर तगड़ा बणो।
एक बगत आपा सबळा बी बांकी जस्यान काया की सुगली मंसा न्अ पूरी करअ छा। मन अर काया की मनसा न्अ पूरी करअ छा, अर संसार का दूसरा मनखा जस्यान परमेसर का रोषा का काम का छा।
उजाळो ई छ ज्यो सबळी चीजान्अ चोड़्अ करअ छ। जिसुं अस्यान खेव्अ छ, “अरअ, ओ सोबाळा, जाग! मरया मंसुं जीवतो होजा, तो मसी को उजाळो थारअ माळ्अ चमक्अलो।”
पवितर-आत्मा सुं सदाई हर तरा सुं परातना अर अरदास करबा ताणी जागता रेवो। सबळा परमेसर का पवितर मनखा ताणी लगतमार परातना करता रेवो।
थांकी नरमाई सबळा मनखा का बीच म दिख्अ। देखो परबु को पाछो आबो सांकड्अ छ।
परमेसर को धन्यवाद करता होया, सावचेत होर चतमन सुं परातना करता रेवो।
ह भाईवो, म्हे चावां छा क ज्यो सदा की नींद मं सोग्या वांका फेरू जीवतो होबा का सच न्अ जाणो, जिसुं थान्अ बना बस्वासहाळा की जस्यान कळेस कोन करणी पड़्अ, ज्यां कन्अ आस कोन्अ।
ईसु मसी आपण्अ बेई मरग्यो क छाव्अ आपा जीवता छा या मरया, जद्या वो फेरू पाछो आव्अ उंकी लारा जीवता रेवां।
पण आपा तो दन सुं जुड़या छा जिसुं आपान्अ खुद प काबु रखाणणी चायजे। आवो बस्वास अर परेम को कवच पेरल्यां अर उद्धार पाबा की आस न्अ टोपा की न्याऊ फेरर सावचेत हो जांवा।
पण वे छोरा-छोरी जणबा सुं उद्धार पाव्अली अर ज्यो वा थरचा सुं बस्वास, परेम अर पवितरता म बणी रेव्अ।
अस्यान'ई बेरबान्या सुं बी म याई चाऊ छु क सुवावणा लत्ता फेरर खुदन्अ सजाव्अ, बाळ गूंथर नही, सोना अर मोत्यां अर महंगा लत्ता सुं संणगार कोन करअ,
अस्यान'ई बेरबान्या न्अ बी सम्मानहाळी होणी चायजे। वे दूसरा की बराई करबाळी कोन होणी चायजे पण साउचेत अर हरेक बात म बस्वासहाळी होणी चायजे।
अब देखो बस्वास्या की टोळी का मुखिया न्अ एक अस्यान की जन्दगी जीणी चायजे क लोगबाग उंकी बराई कोन कर सक्अ। उंक्अ एक'ई लुगाई होणी चायजे। उन्अ ठण्डा सुभाऊ हाळो, आत्मा मं सबरहाळो, समझदार अर पावणा की आवभगत करबाळो अर दूसरा न्अ चोखो सखाबाळो होणी चायजे।
पण तु निस्चित होर हरेक दसा मं खुदन्अ सम्भाळ्या रांख, दुख झेल अर चोखा समचार का परचार को काम कर। ज्यो सेवा थन्अ सुंपी गई छ, उन्अ पूरी कर।
या दीया आपान्अ सखाव्अ छ क आपा ई दनीया मं अभक्ति अर संसार की बरी मन्सा न्अ छोडर अपणा-आपन्अ बसम्अ रांखबाळो होर धरमी बणर पवितर जन्दगी जीव्अ।
अस्यान'ई जुवान छोरा न्अ सखाता रेवो क वे संयमी बण्अ।
ई बजेसुं थे सब खुदकी बुद्धि मं हुस्यारी राखर साउचेत रेवो, अर खुद प्अ काबु रांखो। बी बरदान प्अ पूरी आसा रांखो ज्यो ईसु मसी का परकट होबा की बगत थान्अ दियो जाव्अलो।
वा बगत सांकड्अ छ जद्या सबळी सृष्टी खतम हो जाव्अली, जिसुं थे खुद प्अ काबु रांखर परातना बेई साउचेत रेवो।
साऊचेत रेवो, जागता रेवो, क्युं क थांको बिरोधी सेतान घुर्राबाळा नार की जस्यानई ताक मं रेव्अ छ क कद्या कुण न्अ फाड़ खाव्अ।
“देखो! म छान्असीक आर्यो छु। वो धनै छ ज्यो जागतो रेव्अलो अर खुदका लत्ता की रुखाळी करअलो क बीन्अ नागो होर सरमिन्दा कोन होणो पड़अ।”
साउचेत रेवो! अर ज्यो बाकी छ बीन्अ पूरी तरा मटबा सुं पेली, पाको करल्यो क्युं क म म्हारा परमेसर की नजरा मं थारा कामा न्अ पुरा कोन पायो।