17 वांक्अ पाछ्अ आपा ज्यो जीवता छा, अर हालताणी बी अण्डअ'ई छा वांकी लाराई बायरा म परबु सुं मलबा बेई बादळा म उपरअ उठालिया जाव्अला, अस्यान आपा हमेसा बेई परबु की लारा हो जाव्अला।
ईसु खियो, “थे खुदई खेर्या छो, पण म थान्अ बताऊ छु क थे मनख का छोरा न्अ उं सर्वसक्तिमान परमेसर की जीवणी-बगल मं बेठ्यो अर सरग सुं बादळा मं आतो बेगाई देख्अला।”
ईसु खियो, “मं छु। अर थें मन्अ मनख का छोरा न्अ उं परम सक्तिसाली परमेसर की जीवणी-बगल म बेठ्यो अर सरग सुं बादळा म आतो देख्अला।”
कोई म्हारी सेवा करबो छाव्अ तो उन्अ म्हारअ पाछ्अ आणो पड़्अलो, जिसुं जड़अ म छु बड़अ म्हारो सेवक बी रेव्अलो। कोई म्हारी सेवा करअ तो म्हारो परमेसर बाप बी बीको आदरमान करअलो।”
अर ज्यो म जार थांक्अ ताणी ठार त्यार करू क आर थान्अ बड़अ लेजाऊ, तो म फेर अण्डअ आंउलो अर थान्अ बी लारा लेर जाऊलो क थे म्हारी लारा रे सको।
“पापाजी, म चाऊ छु क ज्यांन्अ तु मन्अ दियो छ वे बड़्अ होव्अ जड़्अ म छु। क वे म्हारी बी महमा न्अ देख्अ ज्यो तु मन्अ दियो छ। क्युं क संसार न्अ बणाबा सुं पेली तु म्हारसुं हेत रांख्यो।”
अतरो खिया पाछ्अ वाक्अ देखता-देखता'ई उन्अ उपरअ सरग मं उठालिया अर एक बादळो उन्अ वांकी आंख्या सुं ओझळ कर दियो।
अर फेर जद्या वे पाणी सुं बारे नखळ्या तो फिलिप्पुस न्अ परबु की आत्मा उठा'र ओठ्ठी लेगी अर वो खोजा बीन्अ कोन्अ देख्यो। अर खोजा मोज मनातो होया आग्अ चलग्यो।
अर जद्या आखरी नरसिंगो फूंक्यो जाव्अलो तो आंख मिचतांई एक'ई छण मं आपा बदळ जाव्अला। क्युं क नरसिंगा की आवाज जद आपणा काना मं पड़्अली तो सबळा मरेड़ा बस्वासी फेरू कोन मरबा बेई जुवाया जाव्अला अर आपा सबळा बदल्या जाव्अला।
म्हान्अ पक्को बस्वास छ क आपा खुदकी काया न्अ छोड़र परबु की लारां घर म रेबो चोखो समझा छा।
या दोन्या मं सुं एक न्अ चुणबा मं मन्अ कसमकस होरी छ। म म्हारी जन्दगी सुं बद्या होर मसी कन्अ जाबो चाऊ छु क्युं क वो म्हारअ ताणी साऊटो चोखो छ।
अस्यान वो थांका हीया न्अ गाढ़ा करअ अर वान्अ आपणा परम बाप परमेसर क साम्अ खुदका सबळा पवितर सरगदूता की लारा आपणा परबु ईसु क आया सुं पवितर अर बना दोषहाळा बणा देव्अ।
क्युं क म्हे परबु का सखाया बचन की जस्यान थान्अ या खेर्या छा क जद्या परबु फेरू पाछो आवलो तो आपा ज्यो जीवता छा अर हालताणी अण्डअ'ई छा वांसु आग्अ कोन नखळ सका ज्यो मर चुक्या छ।
तो यां सब्दा की लार एक-दूसरा को जोस बढ़ाता रेवो।
ईसु मसी आपण्अ बेई मरग्यो क छाव्अ आपा जीवता छा या मरया, जद्या वो फेरू पाछो आव्अ उंकी लारा जीवता रेवां।
पण म्हे परमेसर की परतिज्ञा की जस्यान एक नयो आम्बर अर नयी धरती की आस राखर बाठ नाळर्या छा, जिम्अ धरमीपणो बसअलो।
देखो, ईसु मसी बादळा माळ्अ आर्यो छ! हरेक आंख्या बीन्अ देख्अली, अर ज्यो बीन्अ छेद्या छ वे बी देख्अला। अर धरती का सबळा लोगबाग बीकी बजेसुं रोव्अला। हां, अस्यान'ई होव्अ।
फेर वे दोनी गुवा जोरसुं एक आकासवाणी सुण्या क, “अण्डअ उपरअ आजावो।” अस्यान वे वांका बिरोध्या क देखता होया बादळा मं होर उपरअ चलग्या।
बा एक छोरो जणी ज्यो लोया को राजदण्ड लेर सबळी जात्या माळ्अ राज करबाळो छो। पण बी बाळक न्अ झठदाणी उठा'र परमेसर अर बीका सिंहासन क साम्अ ले जायो गियो।