यो अस्यान'ई छ जाण्अ कोई मनख जात्रा म जाता होया नोकरा न्अ खुदका घरको सबळो अधिकार देर सब न्अ वांको अपणो-अपणो काम दे जाव। अर चोकीदार न्अ या आज्ञा देव्अ वो जागतो रेवे।
ज्यो चोरी करतो आर्यो छ उन्अ कद्या बी चोरी कोन्अ करणी चायजे, पण खुदका हाथां सुं कोई चोखो काम करर मेहनत की कमाई करणी चायजे। जिसुं कोई जुरताळा को हाथ बटा सके।
ईक्अ अलावा वाम्अ आळस की आदत पड़जाव्अ छ वे एक घर सुं दूसरा घर मं ढोलती फरअ छ अर वे आळसी ई नही पण वे बातुनी बणर दूसरा का कामा मं रोड़ा अटकाव्अ छ। अर अस्यान की बाता बतळाबा लागजाव्अ छ ज्यो वान्अ कोन बोलणी चायजे।