6 घणा दुखा का बीच मं थे पवितर-आत्मा सुं मलबाळी खुसी की लारा चोखा समचार न्अ मान्या अर म्हाक्अ अर परबु क पाछ्अ चालबा लागग्या।
फेर ईसु चेला न्अ खियो, “कोई म्हारअ पाछ्अ आबो छाव्अ तो वो खुदन्अ भुलर खुदकी सुळी न्अ उठा'र म्हारअ पाछ्अ होजाव्अ।
फेर ईसु लोगबागा न्अ खियो, “संसार को उजाळो मं छु, ज्यो म्हारअ पाछ्अ चाल्अलो, वो कद्या बी अन्धेरा मं कोन्अ चाल्अलो, अर जीव को उजाळो बण जाव्अलो।”
पण अन्ताकिया का बस्वासी मनख आण्द अर पवितर-आत्मा सुं भरयापुरा होता रिया।
अर थरपेड़ा यहूदी महासभा मंसुं राजी-खुसी सुं बारे आग्या क्युं क परमेसर बान्अ ईसु का नांऊ सुं अपमान अर दुख-भोगबा जस्यान को गण्यो।
अस्यान बा बगत सबळा यहूदया, गलील अर सामरया की बस्वास्या की टोळी सांति मं रेई। अर पवितर-आत्मा की सायता सुं बस्वास्या की टोळी ओरू तागतहाळी होर गणती मं बदबा लागगी। क्युं क वे परबु का भे मं रेव्अ छा।
सबळी आसा देबाळो परमेसर थान्अ उम्अ बस्वास करबा सुं सब तरा का आण्द अर सान्ति सुं भर दे, जिसुं पवितर-आत्मा की तागत सुं थांकी आसा बढ़ती जाव्अ।
थे म्हारअ पाछ्अ चालो जस्यान म मसी क पाछ्अ चालु छु।
म थांकी बढाई करू छु क्युं क थे मन्अ सदाई याद करता रेवो छो अर म्हारी सक्ष्या न्अ मानो छो ज्यो म थान्अ दियो छु।
जिसुं म थासुं अरदास करू छु क थे म्हारी जस्यानकी चाल चालो।
म्हाका मन दुखी छ पण सदाई राजी रेवां छा, मै कंगला की जस्यान छा पण दूसरा मनखा न्अ पिसाळा बणा देवा छा, म्हे रिता हाथा दीखां छा पण म्हारअ कन्अ सब कुछ छ।
अर जस्यान मै आस कर्या छा वे उसुं बी साउटो कर्या। पेली वे खुदन्अ परमेसर न्अ सुंप दिया उंक्अ पाछ्अ परमेसर की मन्सा सुं खुदन्अ म्हान्अ सुंप दिया।
पण पवितर-आत्मा का फळ परेम, आण्द, सांति, थरचा, दीयालुता, भलाई, बस्वास क लायक,
लाड़ला बाळका की जस्यान परमेसर की नकल करो।
ओ भायाओ म्हारा चाल-चलण की नकल करो। अर बाक्अ माळ्अ ध्यान देवो ज्यो बियान् चाल चालो जस्यानकी थे म्हारअ मं देख्या छो।
जिसुं परमेसर की बस्वास्या की टोळ्यां मं मे खुद थाप्अ अभिमान करां छा। थांका दुखा क बीच अर कळेसा न्अ सेन करता होया थरचा सुं सेन करबो थांका बस्वास न्अ बताव्अ छ।
म या जिसुं खेर्यो छु क्युं क थे तो खुदई जाणो छो क थान्अ म्हाक्अ पाछ्अ कस्यान चालणी छ क्युं क थांक्अ गाब्अ रेताहोया मे कद्या बी आळसी कोन रिया।
अस्यान कोन्अ क थासुं सायता लेबाको म्हान्अ कोई अधिकार कोन्अ, पण मे जिसुं जोरदार मेनत करता रेव्अ छा क थे बी अस्यान करो।
चोखा समचार को परचार कर। छाव्अ थन्अ आराम होव्अ या परेसानी, खुदको काम करबा बेई तियार रे। लोगबागा न्अ कांई करणी चायजे, वान्अ समझा। जद्या वे कोई बरो काम करअ तो वान्अ चता। लोगबागा न्अ थरचा सुं समझाता होया हिम्मत बन्दा।
क्युं क थे केदयां का दुख मं बी लार लाग्या, अर खुदकी धनपूंजी बी लेलेबा दिया। यो जाणर क थां कन्अ एक ओर चोखी अर सदा ठेरबाळी धनपूंजी छ।
अस्यान थे राजी होवो छो। अर या जरूरी छ क थोड़ा दना ताणी तरा-तरा का अंथ्यामा की बजेसुं दुखी होवो।
बीसुं थे बना देख्याई परेम करो छो, अर अबार तो बीन्अ बना देख्या बस्वास करर अस्या राजी अर मगन होवो छो, ज्यो बयान सुं बारे अर मेमा सुं भर्यो छ।
थे भलाई करबा क ताणी फुर्तीला रेवो तो थांकी बराई करबाळो कुण छ?
ओ प्यारा भाई, बराई क नही पण भलाई क पाछ्अ चाल! ज्यो भलाई करअ छ, वो परमेसर को छ! अर ज्यो बराई करअ छ वो परमेसर न्अ कोन्अ जाण्यो।