पण अब परगट होर सदामेस का परमेसर की आज्ञा सुं परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळा की माण्ढी पोथ्या क जरिये सबळी जात्या न्अ बतायो गियो छ, क वे बस्वास सुं आज्ञा मानबाळा हो जाव्अ।
मे वां जस्यानका कोन्अ ज्यो खुदका फायदा बेई परमेसर का बचना मं मलावट करअ छ। पण मै तो परमेसर क साम्अ परमेसर का खन्दायेड़ा मनखा की जस्यान मसी म उबा होर सचाई सुं बोला छा।
ओ भायाओ परमेसर थान्अ आजाद रेबा बेई थरप्यो छ। पण उं आजादी न्अ काया की मन्सा पूरी करबाळो साधन मत बणबा द्यो, पण परेम की बजेसुं आमा-सामा एक-दूसरा की सेवा करो।
ह भाईवो, थां बेई म्हान्अ हमेसा परमेसर को धन्यवाद करणी चायजे, अस्यान करबो सई बी छ। क्युं क थांको बस्वास अणोता रूप सुं बढर्यो छ अर थांक्अ बीच को परेम बी बढर्यो छ।
थान्अ हरेक चोखी बात मं भरयापुरा करअ। जिसुं थे बीकी मनसा न्अ पूरी कर सको। अर ईसु मसी क जरिये वो आपण्अ मायन्अ हरेक वा बाता न्अ पैदा करअ ज्यो बीन्अ भाव्अ छ। बीकी बढ़ाई जुगजुग ताणी होती रेव्अ। अस्यान'ई होव्अ।
म थारा परेम का कामा न्अ, थारा बस्वास न्अ, थारी सेवा अर थारा धीरज की लार सेनसक्ति न्अ जाणू छु। म जाणू छु क तु अब ज्यो करर्यो छ, बीन्अ पेली सुं बी साउटो करर्यो छ।