2 क परमेसर की बी टोळी की, ज्यो थांक्अ बीच मं छ रुखाळी करो। अर बेमन सुं नही पण परमेसर की मनसा की जस्यान राजी होर, अर कमाई का लालच सुं नही पण सेवा की मन्सा सुं मन लगार करो।
थे बतावो अस्यानको कुण छ ज्यो सेना मं खुदका खरचा प एक सपाई की जस्यान काम करअ। अर अस्यानको कुण छ ज्यो अंगूरा को बाग उगार उंका अंगूर कोन खाव्अ? कोई अस्यानको बी छ कांई ज्यो रेवड़ की रुखाळी करअ अर वांको चन्योक बी दूध कोन्अ पिव्अ?
वांको तो मुण्डो बन्द कर्यो जाणोई चायजे। क्युं क वे ज्यो बाता सखाबा की कोन्अ वान्अ ई सखार घरका घर उजाड़र्या छ। बराई का गेल्ला सुं धन कमाबा बेई वे अस्यान करअ छ।
वे लोभ की बाता घड़र थान्अ खुदका फायदा को साधन बणावला, अर जी सजा की आज्ञा बां माळ्अ पेली सुं होगी, बीन्अ आबा मं थोड़ी बी बगत कोन्अ, अर वांको बिनास उंघर्यो कोन।