14 परेम सुं एक-दूसरा न्अ हाथ जोड़र नमस्कार करो। थां सबन्अ ज्यो मसी मं छो, सान्ति मलती रेव्अ।
तु खुदका भाई-बन्धा कोई सुवागत करअ तो तु दूसरा सुं सावटो कांई करर्यो छ? पापी मनख अस्यान कोन्अ करअ कांई?
“म थान्अ सान्ति देर जार्यो छु, या म्हारी सान्ति म थान्अ देर्यो छु। जस्यान संसार देव्अ छ बियान् म कोन्अ देऊ। थे न्अ तो चन्ता करज्यो अर न्अ घबराज्यो, अर न्अ ई डरपज्यो।
“म थान्अ ये बाता जिसुं खियो छु क थान्अ म्हारसुं सान्ति मल्अ, संसार मं थान्अ कळेस होव्अ छ पण हिम्मत रांखो क्युं क म संसार न्अ जीत लियो।”
दितवार क दन साम की बगत यहूद्या का ड़र सुं चेला कुवाड़ जुड़र माईन्अ भेळा हो मेल्या छा। जद्याई ईसु वाक्अ बीच मं आर उबो होगो, अर बोल्यो, “थान्अ सान्ति मल्अ।”
आठ दन पाछ्अ चेला दुबारा घर क मायन्अ कुवाड़ जुड़र भेळा हो मेल्या छा। अर थोमा बी बाकी लार छो। अर ईसु वाक्अ बीच मं आर ऊबो होगो अर बोल्यो, “थान्अ सान्ति मल्अ।”
थे सबळा गळ्अ मलर एक-दूसरा न्अ नमस्कार करो। थान्अ मसी की सबळी टोळ्यां की ओड़ी सुं नमस्कार।
अस्यान अब वां बेई ज्यो मसी ईसु म बण मेल्या छ, कोई डण्ड कोन छ। क्युं क वे काया सुं नही पण आत्मा सुं चाल्अ छ।
परमेसर थान्अ मसी ईसु की लार जोड़यो अर मसी न्अ थांकी बुद्धि बणायो, अर उंकी सायता सुं थे परमेसर क साम्अ सही छो, आपा परमेसर का पवितर मनख बणग्या अर आजाद कर्या गिया।
अर सबळा बस्वासी भाया की ओड़ी सुं बी थान्अ नमस्कार एक-दूसरा सुं गळ्अ मलर एक-दूसरा को सत्कार करो।
एक-दूसरा सुं गळ्अ मलर मान करो। सबळा परमेसर का मनख थान्अ नमस्कार मांड़अ छ।
ई बजेसुं अब ज्योबी मसी मं छ वो परमेसर मं नुई सृष्टी छ। पराणी बाता जाती री। अर अब देखो सब नयो छ।
ओ भायाओ, थां सबळा न्अ परम-पिता परमेसर अर परबु ईसु मसी सुं बस्वास की लार सांति अर परेम मल्अ।
सबळा बस्वासी भाया को गळ्अ मलर जय मसीह की करो।
अर परमेसर बाप पेलीसुंई ज्यो बच्यार कर मेल्यो छो उंई ज्ञान सुं थान्अ टाळ्यो छो। अर उंकी पवितर-आत्मा क जरिये पवितर करबा सुं थे ईसु मसी को खियो मानो छो अर उंका लोई सुं सुद्ध करबा बेई टाळेड़ा छो। थान्अ परमेसर की खूब दीया अर सान्ति मलती रेव्अ।
पण मन्अ तो आसा छ क म थासुं बेगोई मलुंलो। जद्या आपा आम्अ-साम्अ बतळाव्अला।