4 पण थांको लुखेड़ो मनखपणो, नम्रता अर मन का बोदापणा की कोन मटबाळी सजावट सुं संणगर'र रेव्अ, क्युं क परमेसर की नजर मं ईको मोल बड़ो छ।
म्हारो जुड़ो खुदक्अ खान्द्अ लेल्यो अर म्हारसुं सीखो क्युं क म सीधो अर म्हारो मन भोळो-ढाळो छ। जिसुं थे थांकी आत्मा मं सान्ति पाव्अला,
“सीयोन की नगरी सुं खेवो क ‘देख थारो राजो थारअ कन्अ आर्यो छ, वो सीधो छ अर गद्दी प बेठ्यो छ, हां वो गद्दी का बछेरा प बेठ्यो छ।’”
आन्धा फरीसीओ! पेली मेईन्अ सुं कटोरा न्अ मांजो जिसुं वो बारअ सुं बी साफ हो जाव्अ।
धनै छ वे ज्यो सीधा मन का छ, परमेसर वान्अ ई धरती को अधिकार देव्अलो।
अरअ बावळ्या मनखवो! कांई ज्यो बारे सुं बणायो छ वो मेईन्अ सुं कोन्अ बणायो?
तो वो वान्अ खियो, “थे लोगबागा न्अ दखाबो चावो छो क थे धरमी छो पण परमेसर थांका हीया न्अ जाण्अ छ। ज्यां चीजान्अ लोगबाग घणा मोल का मान्अ छ बान्अ परमेसर तुच्छ जाण्अ छ।”
अर नास कोन होबाळा परमेसर की महमा न्अ नास होबाळा मनख, चड़या-चुड़्कला, ज्यानबर अर सांप-डिंडवा की मुरता मं बणा दिया।
सांचो यहूदी वोई छ ज्यो मन सुं यहूदी छ। सांचो खतनो आत्मा सुं मन को होव्अ छ, न्अ की मण्ढेड़ी बेवस्था सुं। अस्यान का मनखा की बढ़ाई मनखा सुं नही पण परमेसर की ओड़ी सुं करी जाव्अ छ।
आपा या जाणा छा क आपणी पराणी जन्दगी ईसु की लारा सुळी प चढ़ा दी गई छी क पाप सुं भरी आपणी काया नास हो जाव्अ। अर आपा आग्अ सुं पाप का गुलाम कोन बण्या रेंवा।
म म्हारी आत्मा मं तो परमेसर की बेवस्था न्अ राजी होर मानु छु।
मसी की दीनता अर नरमाई की लार म पौलुस खुदकी ओड़ी सुं खेऊ छु क थाम्अ सुं एकात लोगबाग म्हारा बारा मं खेव्अ छ क जद्या म थांक्अ आम्अ-साम्अ होऊं छु उं बगत थांकी लार नरमाई सुं रेऊ छु अर जद्या म थासुं आंतरअ रेऊ छु उं बगत कळ्डाई बरतु छु।
ई बजेसुं म्हे कद्या बी हिम्मत कोन हारा, म्हाकी काया कमजोर होती जारी छ, पण फेरबी म्हाकी आत्मा रोजिना नुई सुं नुई होती जारी छ।
नरमाई, अर खुद प संयम पदा करअ छ। असी बाता का बिरोध मं कोई निम कोन्अ।
सबळी बाता मं अपणा-आपन्अ छोटो बणार नरमाई सुं, थ्यावस राखर परेम सुं एक-दूसरा न्अ सेन करो।
क्युं क थे परमेसर का चुणेड़ा पवितर अर प्यारा मनख छो, जिसुं थे तरस, दीया, नरमाई, सज्जनता अर थरचा राखबा न्अ धारण करल्यो।
क्युं क थांको पराणो सुभाव मरग्यो अर थांकी नुई जन्दगी मसी की लार परमेसर मं लुखेड़ी छ।
सांति सुं जीबा न्अ आदर की बात समझो। खुदका काम सुं काम रांखो अर अपणा हाथा की कमाई खावो। जस्यान म्हे थान्अ बताई चुक्या छा।
अस्यान का मनखा न्अ मे परबु ईसु मसी का नांऊ सुं समझाता होया यो आदेस देवा छा क वे सांति सुं खुदका काम न्अ करअ अर खुदकी कमाई को ई खाणो खाव्अ।
राज करबाळा अर अधिकारयां बेई परातना करो क आपा चेनसुं, सांति सुं, पूरी सरदा सुं अर परमेसर बेई सम्मान सुं जन्दगी जी सका।
उन्अ खुदका बिरोध करबाळा न्अ बी ई आस सुं क परमेसर उन्अ बी मन फराबा की सक्ती देव्अलो, नरमाई सुं समझाणी चायजे। जिसुं वान्अ बी सांच को ज्ञान हो जाव्अ
वां कन्अ कोई की बराई मत करज्यो। पण सांति सुं अर मिलजुल'र रिज्यो अर हरेक की लारा चोखो बुवार करज्यो।
जिसुं सारा मेल अर बड़ती बराई न्अ आंतरअ करर, बी बचन न्अ नरमाई सुं मानल्यो ज्यो थांका हीया मं बायेड़ो छ, अर ज्यो थांको उद्धार कर सक्अ छ।
क्युं क थे नास होबाळा सुं कोन्अ पण नास कोन होबाळा बीज सुं, परमेसर का जीवता अर सदाई रेबाळा बचन सुं नयो जनम पाया छो।
पण मसी न्अ परबु जाणर खुदका हीया मं पवितर समझो। कोई थासुं थांकी आस का बारा मं पूछ्अ तो, थे बीन्अ नम्रता अर भय की लार जुवाब देबा क ताणी सदाई त्यार रेवो,