22 वो न्अ तो पाप कर्यो, न्अ बीका मूंडा सुं कोई झूंटी बात नखळी।
पिलातुस ज्दया न्याऊ का सिंहासन प बेठ्यो तो उंकी घरहाळी उकन्अ यो संदेसो खन्दाई क, “उं धरमी का मामला मं हाथ मत घालज्यो क्युं क उंकी बजेसुं मन्अ आज सपना मं घणो दुख होयो।”
वो खियो, “म एक नरपराध मनख न्अ मारबा बेई पकड़वार पाप कर्यो छु।” ज्दया वे खिया, “मान्अ इसुं कांई काम छ! तु जाण्अ।”
पण आपणी सज्या तो न्याई की छ क्युं क आपा ज्योबी कर्या छा बीक्अ बेई तो ज्यो मलणी चायजे छी, बाई मलरी छ। पण यो मनख तो कांई बी बरो कोन्अ कर्यो!”
जद्या रोम का सपाया को नेतो ज्योबी होयो छो बीन्अ देख्यो तो परमेसर की महमा कर्यो अर खियो, “यो जरूर कोई चोखो मनख छो!”
ईसु नतनएल न्अ खुदकी ओड़ी आतो देखर उंका बारा मं खियो, “देखो, यो सांचो इजरायली छ, जिम्अ कोई खोट कोन्अ।”
थाम्अ सुं कुण म्हारअ माळ्अ पाप को लांछण लगा सक्अ छ? जद म सांच बोलर्यो छु तो थे म्हारो बस्वास क्युं कोन्अ करर्या?
अर ज्यो कद्या बी पाप कोन कर्यो उन्अ परमेसर आपण्अ बेई पापबली बणायो जिसुं क आपा उंक्अ जरिये परमेसर क साम्अ धर्मी मान्या जावां।
क्युं क आपणो महायाजक अस्यो कोन्अ ज्यो आपणी लार आपणी कमजोरी न्अ मेसुस कोन कर सक्अ; क्युं क वो आपणी जस्यानई सबळी बाता मं परख्यो तो गियो, पण वो बना पाप को नखळ्यो।
वस्यानई मसी बी घणा मनखा का पाप मटाबा क ताणी एक'ई बार बलिदान होयो छ। अर वो पापा न्अ मटाबा बेई नही पण ज्यो लोगबाग बीकी बाठ नाळर्या छ बांका उद्धार क ताणी दूसरी बार दिख्अलो।
म्हारा प्यारा छोरा-छोर्याओ, म थान्अ ये बाता जिसुं माण्ढ़र्यो छु क थे पाप कोन्अ करो। अर कोई पाप करअ, तो परमेसर क साम्अ वां पापा सुं बचाबाळो एक छ अर वो धरमी ईसु मसी छ।
थे या तो जाणोई छो क लोगबागा का पाप न्अ मेटबा बेई मसी परगट होयो छो, अर याबी क उंक्अ माईन्अ कोई पाप कोन्अ।
वे कद्या बी झूंट कोन बोल्या छा, वे नरदोष छा।