17 सबको आदरमान करो, बस्वास्या सुं परेम करो, परमेसर को ड़र मान करो, राजा को आदरमान करो।
वे उन्अ खिया “माराज कैसर को।” तो वो वान्अ खियो, “चोखो तो ज्यो माराज कैसर को छ वो माराज कैसर न्अ द्यो अर ज्यो परमेसर को छ वो परमेसर न्अ द्यो।”
थे आमा-सामा परेम रांख्अला तो इसुंई सबळा जाणला क थे म्हारा चेला छो।”
एक-दूसरा सुं सांचो परेम करो। एक-दूसरा न्अ आदर की लार खुदसुं साउटो मान द्यो।
कोईको बी करजो छ, तो उन्अ चुका द्अ। ज्यो हांसल थन्अ देणो छ, वो हांसल द्अ। जिसुं थन्अ ड़रपणी चायजे, उसुं ड़रप। जिको आदर करणी चायजे, उंको आदर कर।
ह म्हारा प्यारा भायाओ आपण्अ कन्अ परमेसर का करेड़ा ये करार छ ई बजेसुं आपान्अ परमेसर को ड़र मानर काया अर आत्मा न्अ सुगली चीजा सुं आंतरअ रेर पवितर राखणो चायजे।
थे मसी को आदर-भाव करो छो ई बजेसुं एक-दूसरा को खियो मानो।
खुदका फायदा अर झूंटी बढ़ाई ताणी कांई मत करो। पण नरमाई सुं एक-दूसरा न्अ खुदसुं चोखो समझो।
जतरा दास छ वे खुदका मालिक न्अ घणा आदरहाळा समझणी चायजे जिसुं परमेसर का नांऊ अर म्हाका परबचना की बराई कोन होव्अ।
भाईचारा का परेम मं बण्यारेवो।
अस्यान जद थे भाया का बना कपट का परेम क खातर सच्चाई न्अ मानबा सुं खुदका हीया न्अ पवितर कर्या छो, तो जीजान सुं एक-दूसरा सुं परेम रांखो।
परबु क ताणी, मनखा का खन्दायेड़ा सबळा बेवस्था करबाळा अधिकारयां को खियो मानो। राजा को खियो जिसुं मानो क्युं क वो सबको प्रधान छ।
अस्यान ही ह छोरा-छापराओ, थे बी टोळी का मुखिया का खिया मं रेवो, पण थे सब एक-दूसरा की सेवा क ताणी नरमाई सुं त्यार रेवो, क्युं क परमेसर घमण्डया को बिरोध करअ छ, पण सिधा मनखा माळ्अ दीया करअ छ।