8 बीसुं थे बना देख्याई परेम करो छो, अर अबार तो बीन्अ बना देख्या बस्वास करर अस्या राजी अर मगन होवो छो, ज्यो बयान सुं बारे अर मेमा सुं भर्यो छ।
ज्यो मंसुं साउटो खुदका माई-बापा सुं हेत रखाण छ वो म्हारो होबा जस्यान को कोन्अ। ज्यो खुदका बेटा बेट्या सुं मंसुं साउटो हेत रखाण्अ छ, वो म्हारो होबा जस्यान को कोन्अ।
“अर ज्यो थे म्हारसुं परेम रांखो छो, तो म्हारो खियो करअला।
“ज्यो म्हारी आज्ञा मान्अलो अर म्हारो खियो करअलो, बोई म्हारसुं परेम रांख्अलो। अर ज्यो म्हारसुं हेत रांख्अलो बीसुं म्हारो बाप हेत रांख्अलो। अर बीसुं म बी हेत रांखूलो, अर म बीप्अ अपणा-आपन्अ परगट करूलो।”
ज्यो म्हारसुं परेम कोन रांख्अ, वो म्हारा बचन कोन मान्अ। अर ज्यो बचन थे सुणो छो वो म्हारो कोन्अ, पण मन्अ खन्दाबाळा बाप को छ।”
अस्यान'ई थान्अ बी अबार दुख हेर्यो छ पण म थासुं पाछो मलुला अर थे राजी होव्अला। अर थांकी खुसी कोई बी कोन्अ कोस पाव्अलो।
ईसु बीन्अ बोल्यो, “तु मन्अ देखर, म्हारो बस्वास कर्यो छ कांई? पण धनै छ वे ज्यो मन्अ बना देख्या बस्वास करअ छ!”
ईसु बान्अ खियो, “परमेसर थांको बाप होतो तो थे म्हारअ सुं परेम करता। क्युं क म परमेसर कन्अ सुंई आयो छु अर अब म अण्डअ छु। म अपणा आप कोन्अ आयो, पण वो मन्अ खन्दायो छ।
फेर वो पौलुस अर सिलास न्अ खुदक्अ घरा लियायो अर बान्अ रोटी खुवायो। वो सबळा परवार की लेरअ आण्द मनायो। क्युं क वे अब परमेसर माळ्अ बस्वास कर्या छा।
क्युं क परमेसर को राज खाली खाबो-पीबो कोन्अ पण वो तो धार्मिकता छ, सांति छ अर पवितर-आत्मा सुं मलबाळो आण्द छ।
सबळी आसा देबाळो परमेसर थान्अ उम्अ बस्वास करबा सुं सब तरा का आण्द अर सान्ति सुं भर दे, जिसुं पवितर-आत्मा की तागत सुं थांकी आसा बढ़ती जाव्अ।
अर ज्यो कोई परबु सुं परेम कोन करअ उंप्अ सराप पड़अ छ। म्हारा परबु बेगासाक आओ!
वो खुदकी छाप आपण्अ लगायो छ, वो आपणा हीया म पवितर-आत्मा दियो छ। याई बात की साई छ क वो वे सबळी आसिस आपान्अ देव्अ ज्यांन्अ देबा बेई वो करार कर्यो छ।
म जाणूं छु उं मनख न्अ सरग म उठायो गियो उण्डअ वो अस्यान की बाता सुण्यो ज्यांन्अ कोन बोल्यो जा सक्अ वे अस्यान की बाता छ ज्यान बोलबो मनखा का बसम्अ कोन्अ।
अर ज्यो कांई बी दिख्अ छ उन्अ आपणी आंख्या कोन देख्अ, पण ज्यो चीजा कोन दिख्अ वान्अ देख्अ छ। क्युं क ज्यो चीजा दिख्अ छ, वांको नास होव्अलो पण ज्यो कोन दिख्अ वे सदाई रेव्अली।
क्युं क आपा बस्वास सुं जीवां छा। आंख्या देख्या का सायरा सुं नई।
परमेसर का उं बरदान बेई जिको बखान कोन कर्यो जा सक्अ। को धन्यवाद।
पण पवितर-आत्मा का फळ परेम, आण्द, सांति, थरचा, दीयालुता, भलाई, बस्वास क लायक,
क्युं क मसी ईसु मं गठजोड़ सुं खतनो कराबा को अर कोन कराबा को कोई मतबल कोन्अ, पण उं बस्वास को ही मतबल छ जिम्अ परेम होव्अ छ।
हां, थे मसी ईसु का बी परेम न्अ जाणल्यो ज्यो सबळा ज्ञान सुं परे छ, जिसुं थे परमेसर का सबळा गुणा सुं भरजावो।
आपणा परबु ईसु मसी सुं अमर परेम रांखबाळा सबळा क माळ्अ परमेसर की दीया होती रेव्अ।
म ईन्अ चोखा जाणु छु क म अण्डअ'ई रेऊलो अर बस्वास मं थान्अ बड़ाबा अर उछ्याव ताणी थां सबळा की लार रेऊलो।
सांचा खतना करेड़ा मनख तो आपा छा क्युं क आपां'ई परमेसर की भगती बीकी आत्मा सुं करां छा। अर आपा आपणो भरोसो दखावटी रिवाजा माळ्अ कोन्अ रांखा पण मसी ईसु माळ्अ रांखा छा।
परबु का गठजोड़ म सदाई राजी रेवो। मं फेर खेर्यो छु, राजी रेवो।
अब बस्वास आस करेड़ी चीजा को निस्चय अर बना देखेड़ी चीजा को सबूत छ।
बस्वास सुंई वो राजा का रोष सुं डरप्या बना मिसर देस न्अ छोड़ दियो, अर वो कोन दिखबाळा परमेसर न्अ दिखबाळा की जस्यान मानर सब सेन करलियो।
अस्यान थे राजी होवो छो। अर या जरूरी छ क थोड़ा दना ताणी तरा-तरा का अंथ्यामा की बजेसुं दुखी होवो।
थां बस्वास करबाळा बेई वो भाटो अनमोल छ, पण ज्यो बस्वास कोन करअ बाक्अ ताणी “जी भाटा न्अ राजमस्त्री बनाकाम को ठेराया छा, बोई कुणा को भाटो बणग्यो।”
अर जद सबसुं बड़ो गुवाळ परकट होव्अलो, तो थान्अ मेमा को मुकुट दियो जाव्अलो जिकी सोभा कद्या बी कम कोन पड़्अली।