अब म थान्अ परमेसर अर उंकी दीया का चोखा संदेसा का हाथा मं सुपर्यो छु। बोई थान्अ बणा सक्अ छ अर थान्अ वा मनखा की लार ज्यांन्अ पवितर कर्यो जा चुक्यो थांकी बापोती दुवा सक्अ छ।
म्हारी परमेसर सुं अरदास छ क थांका मन की आंख्या खुल जाव्अ जिसुं थे जाण सको क जी आस ताणी थान्अ वो बलायो छ अर जी पांती न्अ वो खुदका सबळा पवितर मनखा न्अ देव्अलो, बा कतरी महान अर अनमोल छ।
यो उं आस की बजेसुं होयो छ ज्यो थांक्अ बेई परमेसर का राज मं सुरक्षित छ। अर जिका बारा मं थे पेल्याई सांचा बचन मतबल चोखा समचार सुं सुणमेल्या छो, ज्यो थां कन्अ आयो छो।
अब जीत को मुकुट म्हारी बाठनाळर्यो छ। उं दन सांचो न्याऊ करबाळो परबु मन्अ जीत को मुकुट फरावलो। मन्अ ई नही पण वां सबळा न्अ बी ज्यो परेम सुं उंका आबाकी बाठनाळरया छ।
अर ई बजेसुं मसी नया करार मं बिचोल्यो छ क बुलाएड़ा लोगबाग सदा की बापोती पाव्अ, जिको परमेसर वादो कर्यो छो। अब देखो, पेला करार की जस्यान ज्यो पाप कर्या छ, वान्अ पापा सुं छुड़ाबा का मोल का रूप मं मरर वान्अ आजाद कर्यो छ।
पण बीम्अ कोई गन्दो मनख, बेसर्मी का काम करबाळो, अर झूंट बोलबाळो कोन बड़्अलो। खाली बेई बी नगर मं बड़्अला ज्यांको नांऊ जन्दगी की कताब मं मण्ढेड़ा होव्अलो।