थे थांकी जन्दगी न्अ मसी का चोखा समचार की सीख की जस्यान जीओ। जिसुं म थांका बारा मं यो सुण सकुं क थे एक मन सुं अर एक मकसद सुं मजबूत होर चोखा समचार का बस्वास ताणी बाथेड़ो करर्या छो। चाये म थांक्अ सांकड्अ आंउ या कोन्अ आंउ।
या बात सांची छ अर म चाऊ छु क थे या बाता मं बण्यारेवो जिसुं वे ज्यो परमेसर मं बस्वास करअ छ, चोखा कामा मेई लाग्या रेव्अ। ये बाता वां लोगबागा बेई चोखी अर फायदा की छ।
गेरजात्या मं थांको चाल-चलण चोखो होव्अ, ज्यां बाता मं वे थान्अ खोटा काम करबाळा जाणर बदनाम करअ छ। वे थांका भला कामा न्अ देखर परमेसर का आबा का दन मं परमेसर की महमा करअ।
पण थे एक टाळेड़ो बंस, परमेसर का मन्दर मं सेवा करबाळा राज करमचार्या को समाज, अर पवितर मनख, परमेसर की परजा छो, थान्अ अन्धेरा मंसुं अदभुत उजाळा मं जिसुं बलायो गियो छ क थे बीका गुणा न्अ दखावो।
“फिलादेलफिया का बस्वास्या की टोळी का सरगदूत न्अ या माण्ढ: वो ज्यो पवितर अर सांचो छ अर जी कन्अ राजा दाऊद का नगर की चाबी छ जीका खोल्या बाण्णा न्अ कोई बन्द कोन कर सक्अ, अर जीका बन्द करेड़ा बाण्णा न्अ कोई कोन खोल सक्अ। वो अस्यान खेव्अ छ क,