ईसु बान्अ खियो, “परमेसर थांको बाप होतो तो थे म्हारअ सुं परेम करता। क्युं क म परमेसर कन्अ सुंई आयो छु अर अब म अण्डअ छु। म अपणा आप कोन्अ आयो, पण वो मन्अ खन्दायो छ।
अर ज्यो थाम्अ सुं कोई भाई न्अ संसार मं रेताहोया कोई चीज की जरूत होव्अ अर वा चीज थां कन्अ होता होया बी थे उसुं मूंडो पेरल्यो, तो आपा या कस्यान खे सका छा आपा परमेसर सुं परेम करां छा?
परमेसर का आत्मा न्अ थे अस्यान पेचाण सको छो, उं हरेक मनख की आत्मा परमेसर की ओड़ी सुं छ ज्यो या मान्अ क, “ईसु मसी मनख का रुप मं परमेसर की ओड़ी सुंई धरती प आयो छ।”