पण अब थे परमेसर न्अ जाणो छो, या फेर अस्यान खेणी चायजे क परमेसर थान्अ पेचाण लियो। तो फेर थे बना मतबल, कमजोर निमा की ओड़ी पाछा क्युं जारया छो? फेर थे वाका गुलाम क्युं होबो छावो छो?
ह म्हारा प्यारा छोराओ, म थान्अ कोई नयो आदेस कोन माण्ढ़र्यो छु, पण ज्यो म थान्अ बताऊ छु वो सरूवात सुंई थान्अ सुणायो गियो छ। यो वो चोखो समचार छ जिन्अ थे सुणमेल्या छो।