9 अर ज्योबी मनख अस्यान खेव्अ छ क वो परबु का उजाळा मं चाल्अ छ पण खुदका मसी बस्वासी भाई-बेणा सुं बेर रांख्अ छ तो वो अब बी अंधेरा मं ई चालर्यो छ।
ईसु बान्अ खियो, “ज्यो थे आंधा होता तो पापी कोन्अ होता, पण थे या खेर्या छो क, ‘म्हे देख सकां छा’ तो थे हालताणी पापी छो।”
फेर थोड़ा दना पाछ्अ पतरस बस्वासी भाया क गाब्अ ज्यो कोई एक सौ बीस छा उबो होर खियो,
क्युं क जिम्अ ये बाता कोन्अ, वो आंधो छ, अर बीन्अ धुंधळो दिख्अ छ, अर वो खुदका पापा सुं धुपर पवितर होबा न्अ भूलग्यो।
अर ज्यो आपा खेवां क आपा उंकी लार चाला छा अर हालताणी बी पाप का अन्धेरा मं जन्दगी जीर्या छा तो आपा झूंटला छा अर सांच प कोन चालर्या।
पण ज्योबी मनख खुदका मसी बस्वासी भाई-बेणा सुं नफरत करअ छ वो अब बी अंधेरा मं ही टटोळतो रेव्अ छ अर अंधेरा मं ही जन्दगी जीव्अ छ। अर वो योबी कोन जाण्अ क ई अंधेरा मं कढ्अ जार्यो छ। क्युं क अंधेरो उन्अ आंधो कर दियो।
पण ज्यो कोई मनख अस्यान खेव्अ क “म परमेसर न्अ जाणू छु” पण उंका खिया न्अ कोन मान्अ तो वो मनख झूंटो छ अर उंका हीया मं सांच कोन्अ।
अण्डअ साफ अंतर छ परमेसर का छोरा अर सेतान का छोरा मं। वे मनख ज्यो चोखा काम कोन करअ अर दूसरा बस्वास्या सुं परेम कोन करअ वे परमेसर का छोरा कोन्अ।
अर ज्यो आपा खेवां क परमेसर सुं परेम करां छा पण दूसरा सुं नफरत करां तो आपा झूंटा छा। क्युं क खुदका उं भाई न्अ जिन्अ देख्या छा उं सुंई परेम कोन कर सकां तो उं परमेसर सुं जिन्अ कद्या देख्या ही कोन्अ उसुं कस्यान परेम कर सकां छा?