7 पण अब आपा उजाळा मं चालर्या छा क्युं क उजाळा मंई परमेसर छ जिसुं आपा बस्वास्या का रुप मं एकलार छा, अर परमेसर का छोरा ईसु को लोई आपान्अ सबळा पापा सुं साफ कर देव्अ छ।
थाम्अ सुं बी एकात मनख अस्यान कांई छा। पण अब थान्अ धोर पवितर कर दिया। थान्अ परमेसर की सेवा मं सुंप दिया। परबु ईसु मसी का नांऊ अर आपणा परमेसर का आत्मा सुं वान्अ धरमी करार दे चुक्या।
क्युं क हरेक चोखो बरदान अर सबसुं चोखो दान सरग सुंई आव्अ छ अर उजाळा का बाप की ओड़ी सुं मल्अ छ, बीम्अ न्अ तो कोई बदलाव हो सक्अ अर न्अ वो फेर-बदल की बजेसुं छाया न्अ बणाव्अ।
वो ईसु मसी ही छ ज्यो आपण्अ कन्अ उंका बतिस्मा का पाणी अर उंकी मोत का लोई की लारा आयो छ। वो खाली पाणी की लाराई कोन आयो पण पाणी अर लोई दोन्या की लारा आयो छ। अर उं सांच बेई वो परमेसर को आत्मा खुद गुवाई देव्अ छ क्युं क आत्मा ही सांचो छ।
म जुवाब दियो, “ह म्हारा परबु, म कोन जाणु, तूई जाण्अ।” ईप्अ वो मन्अ खियो, “ये वे लोगबाग छ ज्यो जोरका सताव मंसुं होर आया छ, वे खुदका लत्ता न्अ उण्णेठा का लोई सुं धोर पवितर कर्या छ।