5 म्हे ईसु मसी सुं ज्यो चोखो समचार सुण्या छा, वो'ई थान्अ सुणारया छा अर वो यो छ क परमेसर उजाळो छ अर उम्अ चन्योक बी अन्धेरो कोन्अ।
जद्या यरूसलेम का यहूदी लेव्या न्अ अर याजका न्अ उकन्अ या बुज्बा खन्दाया क, “तु कुण छ?”
उम्अ'ई जन्दगी छी अर वाई जन्दगी दनीया का मनखा बेई उजाळो छी।
वो सांचो उजाळो छ, ज्यो हरेक मनख न्अ ज्ञान को उजाळो देबा, सबळा क्अ साम्अ आर्यो छो।
फेर ईसु लोगबागा न्अ खियो, “संसार को उजाळो मं छु, ज्यो म्हारअ पाछ्अ चाल्अलो, वो कद्या बी अन्धेरा मं कोन्अ चाल्अलो, अर जीव को उजाळो बण जाव्अलो।”
जद ताणी म संसार मं छु, म संसार को उजाळो छु।”
क्युं क ज्यो बात म थान्अ माण्ढ़र्यो छु मन्अ वा बात परबु सुं मली छ। जि रयात परबु ईसु धोखा सुं पकड़वायो जार्यो छो, तो वो रोटी लियो,
अर वा अमरता उंकी'ई छ, अर वो अस्या उजाळा मं रेव्अ छ जिकन्अ कोई कोन पूंच सक्अ। न्अ उन्अ कोई मनख देख्यो अर न्अ कद्या देख सक्अलो, उंकी महमा अर राज जुगजुग ताणी रेव्अलो। अस्यान'ई होव्अ।
क्युं क हरेक चोखो बरदान अर सबसुं चोखो दान सरग सुंई आव्अ छ अर उजाळा का बाप की ओड़ी सुं मल्अ छ, बीम्अ न्अ तो कोई बदलाव हो सक्अ अर न्अ वो फेर-बदल की बजेसुं छाया न्अ बणाव्अ।
थे सरूवात सुंई यो संदेस सुणमेल्या छो क आपान्अ आमा-सामा परेम रांखणो चायजे।
बी नगर मं उजाळो देबाक्अ ताणी कोई सूरज चांद की जुरत कोन छी क्युं क परमेसर की महमा सुं बीम्अ उजाळो होव्अ छ, अर उण्णेठो बीको दियो छ।
उण्डअ कद्या बी रात कोन होवली अर न्अ वान्अ सुरज का अर दीया का उजाळा की जुरत होव्अली। क्युं क परबु परमेसर खुदको उजाळो वाप्अ करअलो अर वे लोगबाग सदा-सदा ताणी राज करअला।