फ़िलिप्पियों 3:4 - किताब-ए मुक़द्दस4 बात यह नहीं कि मेरा अपनी इनसानी ख़ूबियों पर भरोसा करने का कोई जवाज़ न होता। जब दूसरे अपनी इनसानी ख़ूबियों पर फ़ख़र करते हैं तो मैं उनकी निसबत ज़्यादा कर सकता हूँ। Faic an caibideilइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 20194 अगर्चे मैं तो जिस्म का भी भरोसा कर सकता हूँ। अगर किसी और को जिस्म पर भरोसा करने का ख़याल हो, तो मैं उससे भी ज़्यादा कर सकता हूँ। Faic an caibideilउर्दू हमअस्र तरजुमा4 अगरचे मैं तो जिस्म पर भरोसा कर सकता हूं। लेकिन अगर कोई जिस्म पर भरोसा करने का ख़्याल कर सकता है, तो मैं उस से भी ज़्यादा कर सकता हूं: Faic an caibideil |