यरमियाह 3:3 - किताब-ए मुक़द्दस3 इसी वजह से बहार में बरसात का मौसम रोका गया और बारिश नहीं पड़ी। लेकिन अफ़सोस, तू कसबी की-सी पेशानी रखती है, तू शर्म खाने के लिए तैयार ही नहीं। Faic an caibideilइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 20193 इसलिए बारिश नहीं होती और आख़िरी बरसात नहीं हुई तेरी पेशानी फ़ाहिशा की है और तुझ को शर्म नहीं आती'। Faic an caibideil |