प्रकाशित वाक्य 8:3 - चुराही नवाँ नियम3 फिरी तेठां किना, अक हौरा स्वर्गदूत धूपदान लै करि या जां धूपेरी वेदी किनि खड़ी ग्या। जां तैस स्वर्गदूतानि सारा पवित्र मैहणुवांं केरी प्रार्थनाईया सेईतै जानेरै तेईनी बड़ु सारू धूप दित्तु। तेनी धूप प्रार्थनाईया सेईतै धूपेरी वेदी पनि फुकि छडु। जै परमेश्वरेरै सिंघासना सांमणै थी। Faic an caibideil |
ऐस होरै कमरै मझ अक सुन्नैरी वेदी थी, जैत पन धूप जाईंथ्यै जां तैड़ि अक वायदेरा संदूख बि थ्या, जै अंदरी-भेईरीं सुन्नै ला मढ़ौरा थ्या। तैस सन्दूखनी वायदै वा संदूख बोलींथ्यै। संदूखा अंदर त्रा चीजै थी; सभनियांं पेहिलै अक सुन्नैरू भांड थियु, जैत मझ खास खांणा भुईंथ्या, जैसनि “मन्ना” बोलींथ्यै। ऐत मझ हारूनेरी शौठी बि थी, जैस पनि फुल्लै पत्रै जंमतै थ्यै। त्रीं चीज घौड़ेरै स्लैट थ्यै, जैत पन परमेश्वरेरी दश आज्ञाय लिखोरी थी, जै परमेश्वरै मूसेनी दितोरी थी।