12 शहरा चोउवो पासै अक उथड़ि दीवार थी; तैस दिवारी मझ बाराह फाटक थ्यै। हर फाटका पन अक स्वर्गदूत पेहरा दींता थ्या जां हर फाटका पन इस्राएलेरा बाराह गौत्रा केरू नाँ लिखोरू थियु।
ऐठणीरै तेईनी तका, तुवे मिंडै ऐन्हां मासूम चैला मझां कोस बि घटिया मेईं समझतै; आंउ तुहांनि शुणाता कि तेन्हैरी रक्षा कांने बाऐ स्वर्गदूत हर-टैंमा मिंडै पिताऐरै सांमणै हाजिर रींहथै।
आंउ तुहां सिंउ सच बोलता कि, “ऐहियें-चारै अक मंन फैरने बाऐ पापिरै तेईनी बि परमेश्वरेरै स्वर्गदूता केरै सांमणै खुशी मनायूंति।”
ऐतियु भूं कि सै गरीब भिखारी लाजर मरि ग्या, जां स्वर्गदूत तैस असेड़ै पूर्वजा अब्राहमा सेईतै रींहणैरै तेईनी लैई गियै। सै अमीर मैहणु बि मरि ग्या जां सै दबि छडा।
तेसै प्रतिज्ञायरै पूरी भूंणेरी आशाय मझ, असेड़ै बाराह गौत्र अपड़ै सारै मंना सिंउ दिन-रात परमेश्वरेरी सेवा कातै यौउरै अत्तै। हे राजा ऐ तैस आशायरी वजहि सिंउ आ कि परमेश्वरा सैहै कांनु जै तेनी वायदा क्यौरा थ्या ऐ यहूदी मूं पन दोष लांतै अत्तै।
तां, स्वर्गदूत कितु कातै? स्वर्गदूत सै अत्तै जै परमेश्वरेरी सेवा कातै; परमेश्वर तैन्हांं, तैन्हांं मैहणुवां केरी मजत कांनेरै तेईनी भेईजता, जैन्हांनि उद्धार मेईंणार भूंता।
शहरेरी हर दिशाय पासै त्रा-त्रा फाटक थ्यै; पूर्व, पश्चिम, उत्तर जां दक्षिण मझ।
सै स्वर्गदूत जेनि मूं सिंउ गल केईथी, तेसेरै शहरा जां तेसेरै फाटका जां दिवारिया नापणेरै तेईनी सुन्नैरा शौठा थ्या।
तैस शहरेरै फाटक पूरी धियाड़ी खुलै रींहथै, केईनी कि तैठि कदि रात न भूंणी।
“धन्य अत्तै सै मैहणु, जैन्हैं अपड़ै लिकड़ै मेम्नेरै खूनै ला धौ करि पवित्र बंणा लियोरै अत्तै; केईनी कि तैन्हांं मैहणुवंनी शहरा मझ गांहणैरा अधिकार आ। तेन्हांनि तैन्हांं बुटा केरै फल खांणैरा बि अधिकार भूंणा जैन्हां बुटा किना जीवन मेईंता।”