प्रकाशित वाक्य 17:2 - चुराही नवाँ नियम2 जैस सिंउ धरतिरै राजै व्यभिचार केया, जां धरती पन रींहणारै तेसेरै व्यभिचारेरी मदिराय मझ मघन भौ गियोरै थ्यै।” Faic an caibideil |
तैठि अक हौरा स्वर्गदूत थ्या, जै तैस पेहिलै स्वर्गदूता पीछै या जां तेनी बौलु, अबै ऐसेरा नाश भौ ग्या। बेबीलोन शहर बुरी तराह सिंउ नाश भौ गियौरा। केईनी कि तेनी सभनियां जातिरा मैहणुवंनी एकि वैश्या सैयि अंगूरी रस पिवा; जेसेरै नशै मझ बेहोश भौ करि मैहणुवें गलत सम्बंध बंणाय जां मूर्तीपूजा, व्यभिचार, झूठै धर्म बंणा करि हर प्रकारेरी बुराई की।
सै जनानि जै तीं तकाउरी थी; तेठणीरा मतलब अक बडा शहर आ; जै धरतिरा सभनियां राजा पन राज काता। ऐ सारी चीजै ऐठणीरै तेईनी भुई, ताकि परमेश्वर अपड़ा मकसद तैन्हांं केरै जरियै पूरा करि सकिया। ऐहै वहज आ, कि तैन्हैं सभनियें अपड़ा अधिकार तैस रागसनी दी दित्थिया; ताकि त्यो-तेईनी सै राज करि सकिया, ज्यो-तेईनी जै परमेश्वरै बोलोरू थियु, सै सारू पूरू ना भौ गहिया।
जै रागस तीं ऐम्हीं तका, सै अक टैंम जींता थ्या, पण अबै मरि गियौरा। सै नरका मझां भेईर निकूंहणारा जां परमेश्वरा सै पूरी तरह सिंउ नष्ट करि दींणा। धरतिरा मैहणुवांं मझ जेन्हैरै नाँ परमेश्वरै संसार बंणाणा किना पेहिलै जीवनेरी किताबि मझ ना लिखै, सै सभ हैरान भौ गांहणै जेख्णी तैन्हांं ऐ पशु तकांणा। अक टैंम सै जींता थ्या; अबै सै जींता ना; पण तैस दुबारे फिरी वापस अईछी गांहणु।