याकुब 4:1 - चुराही नवाँ नियम1 तुहां मझ लड़ाई-झगड़ा केरी कितु वजह आ? ऐ तैन्हांं स्वार्थी ईच्छाईया किना भूंतै, जै तुवाड़ै मंना अंतर लड़तै रींहथै। Faic an caibideil |
केईनी कि असै बि पेहिलै टैंमा मझ मूर्ख जां परमेश्वरेरी आज्ञा ना मनणार जां धोखै मझ पियौरै मैहणु थ्यै। असै गुलामा सैयि थ्यै, जै बुरै कंम कांने बाईया ईच्छाईया केरै वंशा मझ थ्यै, जैन्हां करि-करि असु आनन्द मेईंथ्या। असै अपड़ा टैंम बुरै तरीकै सिंउ बर्ताव कांना मझ जां होरनियां मैहणुवां सिंउ जलन कांना मझ गुजारी दिईंथ्यै। हर कोई असु सिंउ नफरत करींथ्या जां असै बि तैन्हांं सिंउ नफरत करींथ्यै।
जेख्णी झूठै चैलै मैहणुवंनी शिक्षा दींतै, ता सैक्यै मैहणुवंनी शिक्षा दींतै टैंमा बेकार जां घमण्ड बाई गला केरा उपयोग कातै। सैक्यै मैहणुवंनी शुणांतै कि सै तैन्हांं बेशर्म कंमा करि सकतै जै तेन्हैरै शरीर कांना चांहथै जां सैक्यै तैन्हांं नवाँ विश्वासिया मैहणुवंनी फिरी पाप कांनेरै तेईनी भटका दींतै; जै हालै-तेईनी ऐम्हियां-ऐम्हियां ऐतियै बुराई बाऐ जीवना किना बचि करि निकौरै अत्तै।