1 तीमुथियुस 4:1 - चुराही नवाँ नियम1 पवित्र आत्मा साफ-साफ बोलता कि अन्त टैंमा मझ किछ मैहणुवां मसीहरी शिक्षाय पन विश्वास कांना बन्द करि दींणा, केईनी कि तैन्हांं बहकांणै बाईया आत्माय जां बुरी आत्माय किना मैओरिया शिक्षाईया पन ध्यान दींणा। Faic an caibideil |
फिरी किछ इपिकुरी जां स्तोईकी ज्ञानि मैहणु तैस सेईतै स्वाल-जुबाव कांना लगै, जां तैन्हांं मझियें किछ मैहणु बोलणा लगै, “ऐ बकवादी मैहणु कितु बोलणु चांहथा?” पण होरनियें बौलु, “ऐ विदेशी दैवता केरा प्रचारक बुझियूंता” तैन्हैं ऐ ऐठणीरै तेईनी बौलु कि पौलुस यीशुरै दुबारे जींतियुंणेरै बारै मझ खुशखबरी शुणांईथ्या।
कलीसिया अक शरीर आ जां यीशु मसीह तैस शरीरेरू मुंडक आ, तेठणिरै जरियै शरीरेरै सारा हिस्सा केरी देखभाल करियूंती जां सैक्यै किठै जोड़ियूंतै ता सैक्यै मोटियूंतै जिहीं परमेश्वर चांहथा कि सै मोटियो। कोसनि बि तुहां अपांणै अपमानित कांननी जां स्वर्गदूता केरी अराधना कांने ला नालायक बणना मेईं देया। ऐतियै मैहणु अपड़ै सुपना केरै बारै मझ शुणांतै रींहथै जै तेन्हैरी मानवीय सौचिरै कारण मूर्खताय बाऐ विचारै ला घंमडै ला भरी दींतै। तैन्हैं मसीह छडि दिता।
जिहीं चारै बड़ै टैंम पेहिलै इस्राएलेरा मैहणुवां मझ झूठी शिक्षा दींणार पेईदा भुईंथ्यै, तिहियें चारै तुहां मझ बि झूठी शिक्षा दींणार लाधी ऐईंणै। तैन्हांं चोरी-छपि करि झूठी शिक्षायरा प्रचार कांना, जेनि ला मैहणुवां मसीह पन विश्वास ना कांना। तैन्हांं झूठी शिक्षा दींणारा मसीह अपड़ा प्रभु मनणा किना बि नमां करि दींणा, जै तैन्हांं केरा मालिक आ जां जेनि सैक्यै पापेरी गुलामी किना छुड़खाउरै अत्तै। ऐहीं चारै तैन्हांं अपांणा अचानक-ऐ नाश करवा दींणा।
आंउ तुहांनि लिखता केईनी कि किछ मैहणु जै परमेश्वरेरी आज्ञा ना मनतै जां गलत शिक्षा दींतै, तैन्हां केरा असु पता ना, जै छपि करि असु बिच अईछी गियोरै अत्तै। ऐक्यै सै मैहणु अत्तै जैन्हां केरै बारै मझ परमेश्वरै बड़ै पेहिलै पवित्र शास्त्रा मझ बोलोरू थियु, कि तैस तेन्हांनि सजा दींणी। सैक्यै परमेश्वरेरै अनुग्रह बाऐ असेड़ै शुभ संदेशा बिगाड़तै अत्तै, ताकि भोग-विलास जां बुरै कंम कांनेरा बहाना बंणा सकिया। सैक्यै असेड़ै एकमात्र स्वामी जां प्रभु यीशु मसीह बि ना मनतै।
तैस दुवें रागसानि परमेश्वरै पेहिलै रागसेरै सांमणै चमत्कार लुहानैरी इजाजत दितोरी थी। ऐन्हैं चमत्कारै ला सैक्या धरतिरा सभनियां मैहणुवां भटका सकींथ्या। तेनी रागसै मैहणुवंनी तैस पेहिलै रागसेरी मूर्ती बंणाणैरा आदेश दित्ता, जेसेरू शिरा पन तलवारी वा जख्म थ्या, जेनि ला सै मरनार थ्या, पण सै दुबारे जींति ग्या।
तेनी जौरै आवाज दी-करि बौलु, “बेबीलोनेरा सैक्या तना-मंना शहर अबै हारी गियौरा। केईनी कि ऐनि बेबीलोन शहरै सभनियांं जातिरा सारा मैहणुवंनी सैकेई मदिरा पिवाउरी आ जै तेसेरी मूर्तिया केरी पूजा आ। सारी धरतिरै राजै तैस सिंउ तेसेरै गंदै कंमा मझ शामिल भौ गियोरै अत्तै। तेसै जनेनिरी मंहगी-मंहगी चीजा केरी ईच्छाईरी वजहि सिंउ, धरतिरै व्यापारी शैठ भौ गियोरै अत्तै। पण परमेश्वरा ऐकेयि निर्लज्ज वैश्या मारी छडणी। आज हर प्रकारेरी बुरी आत्माय तैठि रींहणैरै तेईनी चलि गांहणी, जां ऐक्या गंदा जां किरकियूंणा पक्षिया केरा गुल्हा बंणी गांहणा।”
सैक्या पेहिला रागस जां झूठा भविष्यवक्ता पकड़ी ग्या। ऐ झूठा भविष्यवक्ता सैहै आ जेनि पेहिलै पशुरी तरफ सिंउ चमत्कारी चिन्ह लुहाऐ जां सैक्यै सारै मैहणु भटकियांणै, जैन्हैं पेहिलै पशुरी छाप अपड़ै मत्थै पन लाउरी थी, जां जै तेसेरी मूर्तिरी पूजा करींथ्यै, सै दोईयो जींतै-जींतै तैस आगीरै तआ मझ सुटि दित्तै, जै आग गन्धकी ला जअति आ।
जै बि मिंडी गल शुणता, सै ध्यान दी करि शुणियां जां समझिया; परमेश्वरैरा आत्मा विश्वासी मैहणुवां सिंउ बोलता, कि सैक्यै मैहणु जै जीत हासिल कातै, मूं तेन्हांनि तैस मन्नै मझां किछ दींणु, जै गुप्त आ। मूं तैन्हांं सभनियांं मैहणुवंनी अक हच्छा घौड़ बि दींणा, जैत पन अक नऊं नाँ लिखोरू भूंणु। जैस मैहणुनी सै घौड़ मेईंणा, तैस छडि करि होरै कोस बि तैस नाँईयेरा पता ना लगणा।
जेख्णी हजारा सालैरू राज मुकि गांहणु, ता स्वर्गदूता शैतान जै बंन्ही छडौरा, सै छडि दींणा। तैस सभनियां जातिरा मैहणुवंनी धोखा दींणैरै तेईनी भेईर ऐईंणु। ऐन्हां देशा केरा मैहणुवंनी गोग जां मगोग बोलतै। शैताना सैक्यै सारै एकि जगाय किट्ठै कांने जां तैन्हांं योकिया मझ युद्ध कांना। सैक्यै समुन्द्रा किनारै जै रैत भूंती, तैस सैयि अणगिणत भूंणै।
पण बाकि बचौरै मैहणु, जै तैन्हांं विपत्तिया किना पेहिलै ना थ्यै मरोरै, तैन्हैं हालै-तेईनी बि अपड़ै बुरै कंमा किना पश्चाताप ना केया। तैन्हैं हत्या कांनी, जादु-टोंणा, व्याभिचार, अनैतिकता या चोरी कांना किना पश्चाताप ना केया। तैन्हैं बुरी आत्माया केरी जां अपड़ै हत्थै ला बंणाउरिया चीजा केरी पूजा कांनी बि ना छडि, जिहीं कि सुन्ना या चांदी या पित्तअ या घौड़ या लकड़िरी बंणाउरी मूर्तिया। सै मूर्ती, ना सै तकांती, ना शुणती, जां ना ऐ चलती।