12 आंउ इजाजत ना दींता कि जनेनी मड़दानि शिक्षा दिया या तैन्हांं पनि हुक्म चलाईया, पण सभाईया मझ चुप-चाप रिय्हा।
जनेनी कलीसियै मझ चुप रिय्हा, केईनी कि तेन्हांनि गलै कांनेरी आज्ञा ना, पण आधीन रींहणैरी आज्ञा आ: जिहीं व्यवस्थाय मझ बि लिखोरू आ।
जां समझदारी सिंउ कंम कांनार भूंणी चेहिंथी, अपड़ा केरै प्रति वफादार भुईया, परिवारैरी देख-भाल कांनार भुईया, होरनियां केरै तेईनी दया कांनार भुईया, अपड़ै-अपड़ै लाड़ा केरी गल मंनणार भुईया, ताकि कोई बि परमेश्वरेरी खुशखबरिरै बारै मझ निंदा ना करि सकिया।