बानें सुरग दूत कूं डरते भये ध्यान ते देखौ और कही, “हे पिरभू, काये?” सुरग दूत नें बाते कही, “तेरी पिराथना और गरीब कूं दयौ दान परमेस्वर के सामने पौंहचेएं और बू तोय याद कर रयौ है।
बू पिराथना घर परमेस्वर की महिमा और वाकी सक्ती के धुआं ते भरौ भयौ हतो। जाते जब तक बिन सात सुरग दूतन सात बिपत्ती पूरी नांय है जाय तब तक कोई बा पिराथना घर में घुस नांय सकौ।
फिर एक और सुरग दूत सौने के धूपदान लिये भये आयौ, बेदी के जौरें ठाड़ौ है गयौ और बाकूं भौत धूप दई कै सब लोग परमेस्वर के पबित्र लोगन की पिराथना के संग राजगद्दी के सामने बारी सौने की बेदी पै चढ़ामें।