चौंकि इन लोगन की बुद्धी भ्रस्ट है गयी है। और इन्नें अपने कान बन्द कर लिये हैं, बिन्नें अपनी आंख मूंद लयीऐं। कऊं ऐसौ नांय होबे कै जे आंखन ते देखबे लगे, और कान ते सुनें, और मन ते समझबे लगें, और जि पापन ते मन फिरामें और मैं इनकौ उद्धार करूं।’
जामारैं परमेस्वर उन लोगन की बुद्धी कूं भ्रस्ट कर दैबेगौ और जाते बे लोग व्यबस्था कूं न मानबे बारे के भैकाबे में आसानी ते आजांगे और बे बिन बातन पै भरोसौ करिंगे जो सच्ची नांय।
और बिन मनगढ़न्त कहानी और बिन पीढ़ीन पै मन ना लगामें, जो लड़ाई झगडे़ करबामें और परमेस्वर की बा इच्छा कूं पूरौ नांय करैं जो केबल भरोसे तेई पूरी करी जा सकते हैं।
जब हमनें अपने लोगन कूं पिरभू ईसू मसीह के सामर्थ और आबे के बारे में तुमें बतायो हतो, बू कहानी कोई चालाकी ते नांय बनाई पर हमनें तौ वाकी जि महिमा आँखन ते देखीए और हम वाके गबाह हैं।