कंकरीली धरती पै गिरौ भयौ बीज,बिन लोगन कूं दिखातै जो वचन कूं सुनतै और आनन्द ते वचन कूं अपनाबत तौ है, पर बिनके हिरदय में वचन गहराई न पकड़बे की बजैह ते बे थोड़ी देर तक भरोसौ रखतें और परीछा के समै भरोसे ते हट जावतै।
लोगन कूं इन बातन कौ ध्यान दिलातौ रैह और परमेस्वर कूं गबाह मानकै बिनते बिनती करतौ रैह, बे भौत से सब्दन के बारे में आपस में लड़ाई झगड़ौ नां करें। चौंकि जाते कोई फायदा नां हैबै बल्कि जो इन्हें सुनं बिनके काजै ये नांस कौ कारन है सके।
बे हम में तेई निकरे हैं, पर बे सच में हम में तै नांय। चौंकि बे हम में तै होंते तौ हमारे संग रहते, पर बे हम में ते निकर गये जाते जि निस्चित है, जाबै के बे सच में हम में ते नांय।