2 पर जि जरूरी है कै बा कलिसिया के पिरधान पै कोई दोस नांय होनों चहिऐ वाकी एकई पत्नी होनी चहिऐ और संयमी, सुसील, सभ्य और अनजानेन कौ आदर सम्मान करवे बारौ और अच्छी सिछा दैबे बारौ हौनो चहिऐ।
जाते तुम निरदोस और पबित्र बनकें टेडे़ और जिद्दी लोगन के बीच में परमेस्वर की ऐसी सन्तान बनों, जापै कोई कलंक नांय होय। तुम संसार में ऐसे चमकौ जैसे आकास में तारे।
ऐसे लोग ब्याह करबे ते रोकिंगे और बे खायवे की कछू चीजन ते दूर रैवे की आग्या दिंगे, पर भरोसौ करबे बारे और सत्य के पैहचानबे बारेन कूं चहिऐ कै बे बिन चीजन कूं परमेस्वर कौ धन्यबाद करकै खामें।
और अच्छे कामन में बाको नाम रहो होय, जानै अपने बालकन को पालन पोसन अच्छी तरैह ते करौ होय, जानें अनजान लोगन की और परमेस्वर के पबित्र लोगन कि अपने घर में सेबा करी हो और दुखियान की सहायता करी होय और हर भले काम में मन लगायौ होय।
आदमी के सर पै बिना सोचे समझे जल्दी बाजी में हात रखकै बाय परमेस्वर की सेबा में मत दे देना। दूसरेन के पापन में हिस्सेदार मत बनियों और अपने आप कूं सुद्ध बनांये रख।