12 और मैं जि कहरौऊं कै औरत ना तौ आदमिन कूं सिछा दैबै और ना बिनपै पै हुकम चलाबे पर चुपचाप रैहबै।
कलिसिया में औरतन कूं मौन रहनों चहिऐं, चौंकि उन्नें बात करबे की आग्या नांय। बे अधीनता ते रैहबे, जैसौ व्यबस्था में लिखौ भयौ है।
बे संयमी, पबित्र, भली, घर कौ काम काज करबे बारी, और अपने पती के अधीन रैहबे बारी होंय, जाते लोग परमेस्वर के वचन की निन्दा ना कर सकें।