इन घटनान के बाद पौलुस ने अपने मन में मकिदुनियां और अखाया होत भए येरूसलेम जायबे कौ निस्चय करौ। बानें कही, “मांपै जायबे के बाद मोय रोमऊएं देखनों चंहिएं।”
मैं, पौलुस, परमेस्वर की इच्छा के अनुसार ईसू मसीह कौ भेजौ भयौ चेला, और भईया तिमुथी जि चिठ्ठी कुरिन्थियुस सहर की कलिसिया कूं और अखाया नगर में रैहबे बारे सब परमेस्वर के पबित्र लोगन के काजै लिख रये हैं।
चौंकि मैं जानतूं कै तुम हमेसा मदद के काजै तैयार रहतौ। मोय मकिदुनियां के लोगन के सामने जि कैहवे में घमन्डै कै अखाया के लोग तौ पिछले साल ते तईयारै और तुमारी उत्साह नें उनमें जादा ते जादा काम करबे की प्रेरना दयीऐ।
चौंकि तुमारे य्हांते पिरभू कौ वचन केवल मकिदुनियां और अखाया देस मेंई ना सुनांयौ गयौ, पर तुम्हारो भरोसौ जो परमेस्वर पै है वाकी चर्चा हर जगैह फैल गयी है। जाकी बजैह ते बिनते हमें कछू कैहवे की जरूरतई नांय परी।