“हे कपटी सास्त्रन कूं सिखाबे बारेऔ और फरीसियों, तुम पै हाय तुम उन थारी और कटोरन की तरैह हो ऊपर ते मांजे जाते चौंकि तुमारे मन में लालच और अन्याय भरौ भयौ है।
जब उन लोगन नें वाके बिरोध करौ और बाते बुरौ भलौ कैहबे लगे तौ बानें अपने कपड़ा झाड़त भये उनते कही, “तुमारो खून तुमारे सिर पै परे। वाकौ मोते कोई मतलब नांय। मैं अब गैर यहुदिन के जौरे चलौ जाऊंगौ।”
जामारै हम बैसेई उत्तम रीति ते रहें जैसे दिन के समै रहते हैं। खा पीकै धुत्त ना है जाओ। लुच्चपन, कुकर्म, व्यभिचार में ना पड़ें, ना झगड़े और नांई ईरसा रखें।
पर जे लोग तौ नासमझ जानबर की तरैह हैं। बू सिकार हैबे और मारे जाबे काजै पैदा भये हैं। बे बिन बातन की निन्दा करें जिनें बे नांय समझें। बे पसुन की तरैह नांस है जांगे।