8 “जि एक ऐसौ पत्थर बन जाबे जाते लोग ठोकर खामें है जि बू चट्टानें जाते लोग फिसलकै नीचे गिर जामें।” ऐसे पत्थर जाते ठोकर लगकै भरोसे ते भटक जामें और वचन कूं नां मानें और बे जाई के काजै ठहराये गये हते।
भरोसौ करबे बारे तुम लोगन काजै बू पत्थर भौत कीमतीऐ। पर जो भरोसौ नां करें बिनके काजै सास्त्र में लिखौ भयौ है, “राज मिस्त्री ने जा पत्थर कूं बेकार ठहरायौ बुई कौने कौ पत्थर ठहरौ।”
अगर परमेस्वर ने अपनों क्रोध दिखाबे और अपनी सामर्थ जताबे के काजै बिन लोगन कूं जो क्रोध के पात्र हते और जिनकौ बिनांस हैबे कूं हते, बड़े धीरज के संग सहन करौ।
चौंकि कछू आदमी तुम लोगन के बीच में चुपचाप घुस आये हैं। इन लोगन की सजा के बारे में भौत समै पैहलेईं पबित्र सास्त्र में लिखौ भयौ है। जे लोग परमेस्वर ते दूर हैं और इन्नें परमेस्वर के अनुग्रह कूं भोग-बिलास कौ एक बहानों बनां डारौ है, और जे हमारे एकमात्र स्वामी पिरभू ईसू मसीह कूं नांय मानें।
फिर सिमौन नें उनै आसीरबाद दयौ और मरियम ते कही, “जा बालकए परमेस्वर नें चुनोंए, जि इसरायल में बहुतन के नांस और उद्धार कौ कारन ठहरैगौ और भौत ते लोगन के द्वारा जाकौ बिरोध करौ जाबैगौ, जि जा बात की निसानी होगी कै, जि परमेस्वर की ओर ते है।
पर उनके काजै जो नांस के रस्ता पै चल रये हैं, जि मौत की ऐसी बदबूऐ जो मौत की और खेंच लै जातै। पर उनके काजै जो उद्धार के रस्ता पै चल रये है, जीबन की ऐसी खुसबूए जौ जीबन के काजै आगे बढ़ाबतै। इन बातन के काजै भलौ हकदार कोऐ?
पर हे भईयाओ, अगर मैं खतना कौ पिरचार करतो तौ, मैं चौं सतायौ जातो? मैं जो क्रूस के बारे में समाचार सुनातूं, अगर मैं लोगन कूं खतना करबाबे की कैहतो, तौ मोय कोई परेसानी नांय होती।
जाके बारे में सास्त्र में लिखौ है, “देखौ, मैं सियोन नगरी में एक कौने कौ पत्थर रखूं, जो चुनों भयौ और भौत कीमती है जो कोई बापे भरोसौ करैगौ बू कबऊ लज्जित नांय होगौ।”