जो मेरी आग्या कूं मानतै और उनपै चलतै बू मोते पिरेम करतै। जो मोते पिरेम करतै, बू मेरे पिता तेऊ पिरेम करैगौ और मैंऊ बाते पिरेम करुंगो, और मैं अपने आपकूं बापै उजागर करुंगो।”
अब तुम सबऊ जाई तरैह ते दुखी हुंगे और मैं तुमते जब दुबारा मिलूंगौ तब तुमारौ मन आनन्द में बदल जाबैगौ और तुमारे बा आनन्द कूं तुमते कोई छिनांय नांय पाबेगौ।
ईसू नें बिनते कही, “अगर तुमारौ पिता परमेस्वर होतौ तौ तुम मोऊते पिरेम करते, चौंकि मैं परमेस्वर के य्हांते आयौऊं। मैं अपनी इच्छा ते नांय आयौ, पर मोय तौ परमेस्वर नें भेजौऐ।
सब आसाओं का स्रोत परमेस्वर, तुमें सम्पूर्न आनन्द और सान्ती ते भर देबे जैसा कै बामें तुमारौ भरोसा है, ताकि पबित्र आतमा की सक्ती ते तुम आसा ते भरपूर है जाओ।
बाई परमेस्वर नें हमारे ऊपर जि मौहर लगाईऐ कै, हमारौ बू स्वामी है। बाईनें हमें हमारे हिरदय में अपनी पबित्र आतमा दयौ है, जो जा बात कौ सबूत है कै, बू हमें बे सब आसीरबाद दैबेगौ, जिनें दैवे कौ बानें बादा करौ है।
ईसू मसीह में न तौ खतना बारेन कौ कोई महत्व है, और न बिना खतना बारेन को कोई महत्व है। मसीह में तौ केबल भरोसे के द्वारा जो पिरेम पिरगट भयौ है, बाई कौ महत्व है।
सई पूछौ तौ सच्चे खतना बारे हमई हैं, चौंकि हम पबित्र आतमा के जरिये परमेस्वर की उपासना करतैं हम सरीर में खतना जैसी बातन पै भरोसौ नांय करत, पर ईसू मसीह पै गर्व करते।
भरोसौ करबे बारे तुम लोगन काजै बू पत्थर भौत कीमतीऐ। पर जो भरोसौ नां करें बिनके काजै सास्त्र में लिखौ भयौ है, “राज मिस्त्री ने जा पत्थर कूं बेकार ठहरायौ बुई कौने कौ पत्थर ठहरौ।”