3 चेतो और ध्यान धरो कि तुम ने कौन सी बातें सीखी हतीं, और उन में पक्के बने रओ, और अपने पापन हां छोड़ो: अगर तें न चेतो, तो जैसो भड़या बिना कहे आत आय ऊंसई मैं आ जै हों।
परन्त पिरभु कौ दिन भड़या घांई आ जै है, ऊ दिन आकास बड़ी हड़बड़ाहट की गरजन से जात रै है, सबरी चीजें बिलात तांती होकें पिघल जै हैं, धरती और ऊ पे के काम जल जें हैं।
सो अब चेत जा, कि तें किन बातन में गिरो और फिन से बेई काज कर जौन तें पेंला करत हतो; कायसे तें पेंला जैसे काज न कर है, तो मैं तोरे ऐंगर आहों और तोरी दीवट हां उते से हटा देंहों।