5 बे भगत जैसे तो लग हैं, परन्त उनके जस हां न मान हैं; ऐसे जन से दूरई रईयो।
लबरे आगमवकतन से चौकन्ने रहियो, जौन गाड़रन के भेष धरके तुमाए ऐंगर आत आंय, पर भीतरै से बे भूखे फाड़खाबे वारे बिगना आंय।
कि हम आगे बच्चन घांई नईं रैबें, जौन मान्सन की ठगाई और चालाकी से उनके फंसाबे की चाल, और उनके कैबे से, एक एक बयार से उछाले, और इते उते घुमाए जात आंय।
कोऊ जनें हमाई चिठिया में लिखी बात न माने, तो उन पै खास नजर रखियो; और उनकी संगत न करियो, कि उन हां लाज आबे।
भईया हरौ, हम पिरभू यीशु मसीह के नाओं से तुम हां अग्यां देत आंय; कि जो भईया बुरई चाल चले, और जौन सीख ऊ ने हम से पाई ऊहां नईं मानत, ऊसे बच के रओ।
परन्त गन्दी और बूढ़ी दादी बईयरन की कहानियन पै ध्यान न करो, और भक्ति करत रओ।
कायसे दैहिक कसरत ज्यादा फायदा नईं करत आय, परन्त भक्ति सबरी बातन में फायदे की होत आय, ई बेरा में, और आबेवारे दिना में सोई।
परन्त कोई अपनी और अपने घरवारन की देखभाल साजे से न करे, तो बो बिसवास करी भई बातन हां मानो भूल गओ, और जौन बिसवास नईं करत उनसे गिरो भओ आय।
और उन मान्सन में बेकार के झगड़ा पैदा होत आंय, जिन की मती बिगड़ गई आय और बे सत्य से अलग हो गए आंय, जो समझत आंय कि भक्ति कमाई कौ दोरो आय।
गन्दे बतकाव से दूर बनो रै; कायसे ऐसे जनें जो बुरओ बोलत हैं सो परमेसुर से और दूर होत जात आंय।
मूरख और अनपढ़ मान्सन की बातन से दूर रओ; कायसे तें जानत आय, कि ऐसी बातन से झगड़ा होत आंय।
बे कैत तो आंय, कि परमेसुर हां चीनत आंय, परन्त ऐसे काम करत आंय मानो उन हां नईं चीनत, कायसे बे घिना आंय और कई नईं करत; और उन पै कछु साजो करत नईं बनत।
कोई पाखण्डी होबै तो ऊहां समझा के ऊसे दूर रओ।