23 मूरख और अनपढ़ मान्सन की बातन से दूर रओ; कायसे तें जानत आय, कि ऐसी बातन से झगड़ा होत आंय।
और उनके किस्सा कहानी पै और जौन मान्सन की पुस्तन को अन्त नईयां उन पै ध्यान न धरे, कायसे इनसे विवाद होत आंय; और ईको परमेसुर के तरन तारक से कछु मतलब नईंयां, जो बिसवास से सम्बन्ध रखत आंय।
परन्त गन्दी और बूढ़ी दादी बईयरन की कहानियन पै ध्यान न करो, और भक्ति करत रओ।
इन बातन हां उन हां बतात रै, और प्रभु के सामूं चितात रै, कि बहस न करें, ऊसे कछु नईं बनत; परन्त मान्स बिलुर जात आय।
गन्दे बतकाव से दूर बनो रै; कायसे ऐसे जनें जो बुरओ बोलत हैं सो परमेसुर से और दूर होत जात आंय।
सो ओछे बतकाव से, और पुस्तन के किस्सा से, अदावट और उन झनझटन से न्यारे रओ; कायसे इन से कछु बनत नईंयां।
तुम में न्याओ और झगड़ा कां से आ गए? का देयां के भोग विलास से नईं जौन हमाई देयां में बिराजे भए आंय?