ई लाने सबको हक्क चुकाओ, जीहां कर चानें, ऊहां कर देओ; जिए महसूल चानें, ऊहां महसूल देओ; जी से डरबो चईये, ऊसे डरो; जी कौ आदर सम्मान करो चईये ऊकौ आदर सम्मान करो।
मैं सियाने ने ऊ निबरी भई बईयरें और उनके लड़कावारन हां लिखो, जिन हां परमेसुर सांचो प्रेम धरत आय, ई लाने कि हम ने उनकी सांची बातन हां मानो आय, और उन हां पक्को पकड़ें आय, जौन बातें पक्की आंय।