3 जे ब्याव करबे से रोक हैं, और कह हैं कि खैबे की कछु बस्तन से दूर रओ, परन्त परमेसुर ने उन बस्तन हां ई लाने बनाई आंय कि बिसवासी जनें, और सांचे हां चीनबेवारे उन हां परमेसुर को धन्न मानके खाबें।
तब लोगन हां घांस पे बिठाओ, और ऊने पांच रोटियां और दो मछरियन हां लओ; और सरग कोद हेर के आसीष मांगी और रोटियां तोड़ तोड़ के चेलन हां दईं, और चेलन ने लोगन हां।
भोजन पेट के लाने और पेट भोजन के लाने आय, परन्त परमेसुर ईहां और ऊहां दोईयन हां नास कर है, परन्त देयां बुरए काम हां नईं, परन्त पिरभु के लाने आय; और पिरभु देयां के लाने आय।