7 बे मूसा को नैम सिखाबेवारे तो बनो चाहत आंय, परन्त जौन बातन पै जोर देत आंय, उन हां समझत लौ नईंयां।
उन हां रहन दो; बे अन्धी गैल बताबे वाले आंय: और अन्धरा अगर अन्धरा हां गैल बताए, तो दोई गड्ढे में गिर हैं।
तब उन ने यीशु हां उत्तर दओ, हम नईं जानत; तो ऊने भी उन से कई, तो मैं भी तुम हां नईं बतात, कि जौ काम की हक से करत आंव।
तीन दिना के पछारें उन ने ऊ ए गुरूजनो के मजारें बिराजो, उन की सुनत और उन से प्रश्न करत भए पाओ।
कछु लोग यहूदिया से आके भाईयन हां सिखान लगे जब लौ मूसा की रीतियन के अनसार तुमाओ खतना न होबे, तुम उद्धार नईं पा सकत आव।
बे औरें अपने आप हां समजदार जान के मूरख बन गए।
मैं तुम से जौ जानबो चाहत आंव, कि तुम ने आत्मा हां, नैम में चले से, कि बिसवास से पाओ।
सो जो कछु तुम हां आत्मा से मिलत और तुम में हो बड़े काज करत, का बो नैम के बताए कामन से, कि बिसवास के जौन बचन तुम ने सुने ऐसो होत आय?
तुम नैम मानो चाहत आव, मो से कओ, का तुम नैम की नईं सुनत?
तो बो घमण्डी हो गओ, और कछु नईं जानत, पर ऊहां बिवाद और शब्दों पै बहस करबे कौ रोग आय, जिन से डाह, और लड़ाई, और निन्दा की बातें, और बुरय बुरय शक।
बे मानो सीखत तो हैं परन्त सांची बातन हां कऊं, नईं चीनत।
हे मोरे भईया हरौ, तुम में से बिलात जनें प्रवचन करबेवारे न बनें, कायसे तुम जानत आव, कि हम जौन प्रवचन करबेवारे आंय बिलात दण्ड के भागी हुईयें।
परन्त जे मान्स बिना समजवारे जनावर घांई आंय, जौन पकड़े जाबे और नास होबे के लाने पैदा भए आंय; जिन बातन हां बे जानतई नईंयां, उन के लाने दूसरन हां बुरो भलो कैत आंय, बे अपनी सड़ाहट में खुद सड़ जें हैं।