कायसे हम अपने हिये की जा बात मानत आंय, कि और ऊ पै बड़वाई करत आंय, कि संसार में और तुमाए बीच हमाई चाल परमेसुर को भाबेवारी पवित्तर और सांची हती, और ऐसो संसार के ज्ञान से नोंई, अकेले परमेसुर की दया से भई।
तो पिरभू यीशु मसीह को रकत जौन बिलकुल बिन पाप हते, परमेसुर के सामूं निषपाप बलदान चढाओ, तो बो तुम हां बुरय काज से पूरे मन से काय न पवित्तर कर है, कि तुम जीयत परमेसुर की सेवा करो।
और अपनी समज सोई सुद्ध राखो, ई लाने कि जिन बातन के बारे में तुमाई बदनामी होत आय, उन के बारे में बे जौन तुमाए मसीही साजे चाल चलन कौ अपमान करत आंय लज्जित होबें।
और ओई पानू की कनौत सोई, जाने कि बपतिस्मा, यीशु मसीह के जी उठबे से, अब तुम हां बचात आय; (ऊसे देयां कौ मैल हटाबे को मतलब नईंयां, पर सुद्ध विवेक से परमेसुर के बस में हो जाबे कौ मतलब आय)।
ऐसई तो पता पड़त आय कि कौन शैतान छलिया, और कौन परमेसुर के मानबेवारे आंय; जौन धरम की गैल नईं चलत, बो परमेसुर को मानबेवारे नईंयां, और न ऊ जनो, जौन अपने भईया से प्रेम नईं करत।