बण पूछयो, “फेर आत्मा ऊं भरगे दाऊद बिनै प्रभु क्यामी केवै?” परमेसर मेरै प्रभु नै केयो, “मेरै दाहिणै पासै बेठगे राज कर। जद तांई मैं तेरै दुसमणां नै तेरै बस में ना कर दैयूं।”
इंगै बाद बो सुरगदूत मनै पवितर आत्मा में जंगळ में लेग्यो। बठै मैं सात सिर अर दस सींग आळै एक लाल पसु नै देख्यो। ओ पसु निन्दा गै नामा ऊं ढकेड़ो हो अर ईं पर एक लुगाई बेठी ही।
जद बो मनै पवितर आत्मा में एक मोटै अर ऊंचै पहाड़ पर लेग्यो। अर मैं एक मोटै सैहर पवितर यरुसलेम नै सुरग मू परमेसर गी तरफ ऊं बिंगी मेमा ऊं भरेड़ो उतरता देख्यो।
ओर मैं देख्यो कै झिको सिंघासन पर बेठयो है बिंगै दाहिणै हात में मैं एक किताब देखी। आ किताब मा बारूं दोना पासू लिखेड़ी ही अर इनै सात मोहर लगागे बंद कर राखी ही।