1 आं बाता गै बाद मैं देख्यो कै सुरग में एक दरवाजो खुलो है। बिं तुरई गी आवाज झिकी मैं पेलां सुणी ही, बण मनै केयो, “अठै उपर आ'ज्या अर मैं तनै बे बातां सुणाऊंगा झिकी आ'गै घटै गी।”
जद सातवैं सुरगदूत आपगो कटोरो हवा में खाली कर दियो। जद सुरग गै पवितर स्थान में परमेसर गै सिंघासन ऊं एक जोर गी आवाज ओ केवंता सुण्यो कै सारो कीं पूरो हो'ग्यो है।
अर मैं सुरग खुलो देख्यो अर बिमै मैं एक धोळो घोड़ो देख्यो झिकै पर कोई बेठयो हो। बो बिस्वास लायक अर साच्चो कुहावै है। बो धारमिकता, न्याय अर युद्ध करै है।