ईंखातर कै बांगो न्याय साच्चो अर सई है। मोटी बेस्या लुगाई नै सजा मिली है झिकी सारी दुनिया नै अण कुकरम ऊं गुमराह कर राखी ही। बिंगै द्वारा बहायड़ै खून गो बदळो बी बिंऊं ले लियो।
आं बाता गै बाद मैं देख्यो कै सुरग में एक दरवाजो खुलो है। बिं तुरई गी आवाज झिकी मैं पेलां सुणी ही, बण मनै केयो, “अठै उपर आ'ज्या अर मैं तनै बे बातां सुणाऊंगा झिकी आ'गै घटै गी।”