9 जद भयंकर गरमी ऊं लोग झूळसग्या अर बां परमेसर गी निन्दा करी झिका नै बिपतिया गो हक देयेड़ो। बां आपगै बुरै कामा नै कोनी छोडया अर ना ई परमेसर गी बडाई करी।
मैं केऊं, “जे थे आपगो मन ना बदळयो तो थे ई बिंयाई खत्म हो जाओगा जिंया बे लोग मरया।
मैं थानै केऊं, “जे थे परमेसर कानी मन ना लगाओगा तो थे बिंयाई खत्म हो जाओगा, जिंया बे लोग होया।”
अर मेरो परमेसर कदी बी मनै फेर ऊं थारै कनै आण पर दबाब दैय अर मनै बां लोगां खातर रोणो पड़ै झिका पेलां पाप करता हा। अर बां अजे तांई आपगै आं कुकरमा ऊं, बेबीचार ऊं अर भोग विलास ऊं आपगो मन कोनी बदळयो होवै।
जद बिं टेम ई जोर ऊं धरती हाली अर धरती गो दसमो हिसो पड़ग्यो। अर सात हजार लोग मरग्या। अर बाकी बचेड़ा लोग डरग्या अर परमेसर गी बडाई करण लागग्या।
आ हरेक देस, कुळ अर हरेक भासा गै लोगां खातर ही। बण ऊंची आवाज में केयो कै, “परमेसर गी मेमा करो, बिंगी उपासना करो, क्यूंकै बिंगै न्याय करण गो टेम आ'ग्यो है। बिंगी आराधना करो, झिकै आसमान, धरती, समुंदर अर पाणी गा झरना बणाया है।”
अर आकास ऊं लोगां पर मण मण गा ओळा पड़या। आ बिपता भोत दुखदायी होण'गी बजह ऊं लोगां परमेसर नै बुरो केयो।
मैं बिनै मन बदळण गो मोको दियो है पण बा ऐ बुराईयां छोडणी कोनी चावै है।
अर ईं बिपता ऊं बचेड़ा लोग, आपगै हातां गै बुरै कामा में फस्या रेया, बे ऐ हा कै बे सोनै, चांदी, पीतळ, पथर अर लकड़ी गी मूरतिया गी पूजा करणी कोनी छोड़ी अर ना बां आं कामा ऊं पछतावो करयो। ऐ मूरतिया ना तो बोल सकै ई अर ना देख सकै ई अर ना ई सुण सकै ई अर ना ई चाल सकै ई।