इंगै बाद फेर एक ओर सुरगदूत पराथना घर मू निकळगे बादळ पर बेठयै मिनख नै ऊंची आवाज में केयो कै, “दांती लेगे फसल बाड ले। क्यूंकै धरती गी सारी फसल पाक गी है अर फसल नै भेळी करण गो टेम आ'ग्यो है।”
फेर एक ओर सुरगदूत बेदी ऊं बारै आयो झिकै नै आग पर हक देयेड़ो हो। बण बिं तीखी दांती आळै सुरगदूत नै केयो कै, “ईंखातर कै अंगूर पूरी तरियां पाकग्या है। बांगा गुछा नै दांती ऊं बाड ले।”
जद सातवैं सुरगदूत आपगो कटोरो हवा में खाली कर दियो। जद सुरग गै पवितर स्थान में परमेसर गै सिंघासन ऊं एक जोर गी आवाज ओ केवंता सुण्यो कै सारो कीं पूरो हो'ग्यो है।