2 बा गर्भवती होई, अर बा गर्भ गी पीड ऊं चिलांवती ही।
पण जद लुगाई गै जापै गै टेम झिको बिनै दुख होवै इंयाई दुख सरू होवैगो।
जद लुगाई गै जापै गो टेम आवै है तो बा भोत दुखी होवै है। पण जद टाबर पैदा हो'ज्यै तो बा भोत राजी होवै है। फेर बो दुख चिंता बिनै याद कोनी आवै, क्यूंकै संसार में एक टाबर पैदा हो'ग्यो।
मेरा प्यारा टाबरों, जद तांई थे मसी जिस्या ना बण जावो जद तांई जिंया मां जापै गै टेम दुख झेलै है बिंयाई मैं एकर थारै खातर दुख झेलू हूं।
पवितर सासतर इंया केवै है, “हे बांझ, तूं झिकी बिना उळाद है, जय जयकार कर, क्यूंकै तनै बो दुख कोनी होयो, तूं मूं खोलगे जय जयकार कर अर हेलो मार क्यूंकै छोडेड़ी गी उळाद सुहागण ऊं बोळि है।”
बण आपगी पूंछ ऊं आकास गै तारां गो एक तिहाई हिसो खींचगे धरती पर फेंक दियो अर बो अजगर गर्भवती लुगाई सामै खड़यो हो'ग्यो। बो बिंगै टाबर नै जामंता ई खा लेणो चावै हो।