8 बांगी लोथ बिं सैहर गै चुरावै पर पड़ी रेवैगी। ओ सैहर आत्मिक रूप ऊं सोदोम अर मिसर कुहावै है। बठै ई बांगो प्रभु यीसू करूस पर चढायो हो।
मैं थानै साची केऊं, जद न्याय होवैगो बिं दिन बिं नगर गी दसा ऊं सदोम अर अमोरा नगर गी दसा भोत आच्छी हो'सी।
अर बो धरती पर पड़ग्यो, बण एक इंया आवाज सुणी, “साऊल अरै साऊल, तूं मनै क्यूं तंग करै है?”
ईंखातर यीसू खुद लोगां नै आपगै खून ऊं पवितर करण खातर, यरुसलेम ऊं बारै करूस गो दुख उठायो हो।
क्यूंकै बे लोग परमेसर गै बेटै नै आप खातर करूस पर चढावै अर परगट रूप में बिं पर कलंक लगावै है।
परमेसर सदोम अर अमोरा नगरां नै बिनास गी सजा देगे राख बणा दी। ओ कर'गे परमेसर इंया दिखावै कै बिनै ना मानण आळै लोगां सागै इंया होवै।
अर बिंयाई सदोम अर अमोरा सैहर अर बिंगै आसै पासै गै सैहरां गा लोग बेबीचार में पड़ग्या। बानै बी परमेसर ना बुझण आळी आग में झोक दिया जिंऊं दूसरै नै बी आऊं सबक मिलै।
जद बिं टेम ई जोर ऊं धरती हाली अर धरती गो दसमो हिसो पड़ग्यो। अर सात हजार लोग मरग्या। अर बाकी बचेड़ा लोग डरग्या अर परमेसर गी बडाई करण लागग्या।
सारै देसां, जातियां गा, भासावां गा अर राज्यावां गा लोग साडे तीन दिन तांई बांगी लोथा नै देखता रेवैगा। पण बांगी लोथा नै दाबण कोनी दैयगा।
अर नगर ऊं बारै बिं कुण्ड में कुचळिज्यैगा अर रस कुण्ड ऊं इतो खून निकळ्यो कै घोड़ां गी लगाम तांई पोंचग्यो अर सो कोस तांई फेलग्यो।
जद एक ओर सुरगदूत ओ केवंतो आयो कै पड़ग्यो मोटो बाबुल पड़ग्यो झिकै आपगै बुरै कामा गी वासना ऊं भरेड़ी दारूं सारै देसां गै लोगां नै प्याई ही।
इंऊं बो मोटो सैहर तीन हिसा में बंटग्यो। अर देसां देसां गा सैहर नास हो'ग्या। परमेसर गै सामणै बड़ा बेबिलोण नै याद करैयो ग्यो, जिंऊं परमेसर गी रीस गी दारू बिनै प्यायिजै।
बां सातां सुरगदूतां मू एक मनै आ'गे केयो कै, आओ झिकी मोटी बेस्या लुगाई झिकी बोळै पाणी पर बेठी है मैं बिंगै दण्ड नै तनै दिखाऊंगा।
आ लुगाई झिकी नै तूं देखी ही बो मोटो नगर है झिको ई दुनिया गै राजावां पर राज करै है।
अर बिंगै माथै पर ओ भेद भरेड़ो नाम लिखेड़ो हो, बड़ा बेबिलोण, बेस्यावां अर धरती गी घिनोणी चिजां गी मां।
अर बिंगी पीड़ा गी बजह ऊं बे डरगे दूर खड़या केवैगा, “हाय, हाय मोटा सैहर बाबुल। ताकत आळा सैहर। एक पल में ई तनै सजा मिलगी।”
जद लोगां बिंगै बळण गो धुंओ देख्यो तो चिलागे केवैगा, कै कोई ईं सैहर ऊं मोटो सैहर है।
जद बण ऊंची आवाज में केयो, “मोटो नगर बाबुल ढैह ग्यो, ढैहग्यो। बो ओपरिया गी सारी तरियां गी गंदी आत्मावां गो अर माड़ी अर घिनोणै पंछिया गो टिकाणो बणग्यो।
जद एक ताकतवर सुरगदूत एक चाकी गै पथर गी तरियां एक मोटै पथर नै चकगे समुंदर में रेड़गे केयो, “ईं तरियां बो मोटो सैहर बाबुल भोत फेंकिजै गो, जिंऊं बिंगो नाम निसान ई मिट ज्यैगो।”
ईं धरती पर झिका लोग मारिज्या हा बांगो पवितर लोगां गो अर परमेसर गी बात बताण आळा गो खून तेरै में मिल्यो हो।”