अर थे मनै कोनी चुण्यो पण मैं थानै चुण्या है अर जिमेदारी दी है। क्यूंकै थे जा'गे झिका आच्छा काम मैं करया बिंयाई कर'गे आच्छो फळ ल्यावो अर थारो फळ बण्यो रेवै। थे मेरै नाम ऊं पिता कनूं झिको मांगोगा बो मिल जावैगो।”
परमेसर आपां नै बणाया है। बण यीसू मसी गै द्वारा आपां नै बणाया है झिका ऊं आपां भला काम करता रेवां अर बिं रा पर ई चालता रेवां झिको रा परमेसर आपणै खातर बणायो है।
कै थारो रेणो सेणो प्रभु नै आच्छो लागतो रेवै अर बो सारा कामां में खुस होवै। अर थारै पर हर तरियां गा आच्छै कामां गा फळ ल्यागे अर थारै कामा गै द्वारा थे परमेसर नै ओर बडिया तरियां समझ सको।
अर थारै जीवन में काम करयो बोई सुब समाचार सारै संसार में पोंचागे जिंया फळ ल्यावै है बिंया फळ थारै ऊं मिल्यो जद थे परमेसर गी किरपा गै बारै में सुण्यो हो अर बिंगै बारै में समझयो हो।
पण आं दिना में हरेक तरियां गी फटकार आनंद गी कोनी, पण दुख गी बात लागै है। पण झिको आदमी, इनै सेण करतो करतो पक्को होज्यै। बिनै परमेसर बाद में भगती सागै जीवन जीण गो फळ दैय है।
थे लोग परमेसर गा चुणेड़ा खास लोग हो। अर थे एक खास याजकां गो समाज हो अर पवितर लोग अर परमेसर गी खास प्रजा हो। ईंखातर झिकै थानै अंधेरै ऊं पवितर चानणै में बुलाया है बिंगै द्वारा भलाई गी बातां दूसरा नै बताओ।